वर्तमान ही नहीं भविष्य से भी खिलवाड़ कर रही सरकार : हुड्डा
चंडीगढ़, 20 नवंबर (ट्रिन्यू)
पूर्व मुख्यमंत्री और नेता प्रतिपक्ष भूपेंद्र सिंह हुड्डा का कहना है कि लगातार भर्ती घोटालों को अंजाम देकर और बेरोजगारी बढ़ाकर भाजपा-जजपा हरियाणा के वर्तमान ही नहीं, भविष्य के साथ भी खिलवाड़ कर रही है। कोर्ट में बार-बार सरकार के भर्ती घोटालों और नीतियों की पोल खुल रही है। वेटनरी सर्जन भर्ती और 75 प्रतिशत आरक्षण का रद्द होना इसका ताजा उदाहरण है। वैसे भी भाजपा-जजपा ने हरियाणा डोमिसाइल के नियमों में फेरबदल करके 75 प्रतिशत आरक्षण को शून्य कर दिया था।
यह सिर्फ राजनीतिक माइलेज लेने के लिए जनता के बीच उछाला गया जुमला था,डोमिसाइल का 15 से 5 साल करने पर विधानसभा में भी मुद्दा उठाया था। 75 प्रतिशत आरक्षण अब जो कोर्ट में भी नहीं ठहर पाया। जो सचमुच में हरियाणा वासियों को गुमराह करने की मंशा थी। वहीं 383 पदों वाली वेटरनरी सर्जन भर्ती रद्द होने से एक बार फिर स्पष्ट हो गया है कि इस सरकार में भर्ती के नाम पर सिर्फ घोटाले हो रहे हैं। दिसंबर-2022 में निकली इस भर्ती को रद्द करने में सरकार ने पूरा एक साल लगा दिया। यह वहीं भर्ती थी जिसमें बड़े पैमाने पर गड़बड़झाले हुए। इसमें पेपर लीक से लेकर महाराष्ट्र में साल 2017 की एक परीक्षा से 24 सवाल हूबहू कॉपी करने और 26 सवालों के गलत जवाब के आरोप लगे थे। बावजूद इसके अब तक पूरे मामले में किसी पर कोई कार्रवाई नहीं हुई। अभ्यर्थियों ने कोर्ट को 22 संदिग्ध लोगों के मोबाइल नंबर दिए थे, जो पेपर होने से दो दिन पहले ही बंद हो गए थे। इससे स्पष्ट होता है कि सरकार खुद भर्ती घोटाले करने वालों को संरक्षण दे रही है।
उन्होंने कहा कि इससे पहले भी एचसीएस और नायब तहसीलदार से लेकर कांस्टेबल और क्लर्क तक की भर्तियों में घपले देखने को मिले थे। पिछले 9 साल में इस सरकार के दौरान 30 से ज्यादा पेपर लीक हो चुके हैं। कैश फॉर जॉब घोटाले के अनगिनत मामले सामने आए हैं। एचपीएससी के कार्यालय में अधिकारी लाखों रुपए के साथ पकड़े गए और एचएसएससी के कार्यालय में नतीजों के साथ छेड़छाड़ करते कारिंदे पकड़े गए। लेकिन किसी भी मामले में जांच उच्च पदों पर विराजमान और सत्ताधारियों तक नहीं पहुंची।
हुड्डा ने कहा कि किसी भी मामले में एचएसएससी और एचपीएससी के सदस्यों और चेयरमैन की कोई जांच नहीं हुई। जबकि कांग्रेस ने सड़क से लेकर विधानसभा तक बार-बार मांग उठाई कि दोनों संस्थाओं को तुरंत प्रभाव से बर्खास्त करके पूरे मामले की जांच हाई कोर्ट के सीटिंग जज की निगरानी में करवानी चाहिए। दफ्तर में बैठकर नौकरियों को बेचने वालों के साथ-साथ उन्हें संरक्षण देने वाले उच्च पदों पर विराजमान लोगों को भी कानून के दायरे में लाकर कार्रवाई करनी चाहिए। अगर सरकार घोटालेबाजों को संरक्षण नहीं दे रही तो वह निष्पक्ष और उच्चस्तरीय जांच से क्यों भाग रही है। हुड्डा ने कहा कि कोर्ट में भाजपा-जजपा के 75 प्रतिशत आरक्षण वाले ड्रामे की भी पोल खुल गई।
वेणुगोपाल से मिले दीपक बाबरिया
कांग्रेस के हरियाणा मामलों के प्रभारी दीपक बाबरिया ने सोमवार को पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव (संगठन) केसी वेणुगोपाल से मुलाकात की। उनकी इस मुलाकात को संगठन गठन से जोड़कर देखा जा रहा है। प्रदेश में संगठन का गठन लम्बे समय से लटका हुआ है। संभावित जिलाध्यक्षों की सूची दीपक बाबरिया द्वारा पार्टी नेतृत्व को सौंपी हुई है, लेकिन इस पर नेतृत्व कोई निर्णय नहीं ले पाया है। प्रदेश संगठन को लेकर राज्य कांग्रेस के दिग्गजों में घमासान चल रहा है। फिलहाल पार्टी नेतृत्व मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़, राजस्थान सहित पांच राज्यों के विधानसभा चुनावों में व्यस्त है। राज्य कांग्रेस के अधिकांश वरिष्ठ नेता भी इन राज्यों के चुनाव प्रचार में व्यस्त हैं।