For the best experience, open
https://m.dainiktribuneonline.com
on your mobile browser.
Advertisement

राम सुंदर दास महाराज के दर्शन करने को उमड़ा जनसैलाब

05:55 AM Apr 21, 2025 IST
राम सुंदर दास महाराज के दर्शन करने को उमड़ा जनसैलाब
यमुनानगर के लालद्वारा मंदिर में महाराज जी से आशीर्वाद लेते मंदिर के पुजारी एवं श्रद्धालु। -हप्र
Advertisement

यमुनानगर, 20 अप्रैल (हप्र)
महंत श्री राम सुंदर दास महाराज के दर्शन करने को लेकर श्रद्धालुओं का जनसैलाब उमड़ पड़ा। यमुनानगर जिला के अलावा चंडीगढ़, पंचकूला, कुरुक्षेत्र एवं सहारनपुर के हजारों श्रद्धालुओं ने महाराज जी से आशीर्वाद प्राप्त किया। इस दौरान आयोजित भजन कीर्तन में श्रद्धालु जमकर झूमे। महाराज के दर्शन करने को लेकर श्रद्धालुओं का उत्साह देखते ही बनता था। सुबह से ही श्रद्धालु मंदिर में पहुंचने आरंभ हो गए थे। महाराज ने पहले उन परिवारों को आशीर्वाद दिया, जिन्होंने नाम दीक्षा ली। नाम दीक्षा लेने श्रद्धालुओं ने पहले पंडित गोपालराज से पूजा-अर्चना करवाई और फिर महाराज जी से नाम दीक्षा ली। श्रद्धालुओं ने पंक्तिबद्ध होकर महाराज श्री का आशीर्वाद लिया।

Advertisement

राधा संकीर्तन मंडली के सदस्यों व कई अन्य भजनीकों ने बाबा लाल जी का गुणगान किया। 'अज खुशिया ने मेरे तेरे करके, अज रोनका ने मेरे तेरे करके, तेरे करके गुरुजी तेरे करके'। 'सानू खीच के ले आया तेरा प्यार ओ ध्यानपुर रहन वालेया' भजन पर श्रद्धालु जमकर झूमे।

अंबाला से आए श्रद्धालु रमेश कुमार ने बताया कि उनके घर पिछले 10 वर्षों से कोई संतान नहीं थी, वह बाबा लाल जी की ध्यानपुर गद्दी गए और वहां स्थित बावड़ी में स्नान कर महाराज जी से आशीर्वाद लेने के बाद उनके घर संतान हुई है और आज वह अपने बच्चे को चोला डलवाने के लिए आए हैं।

Advertisement

इसी प्रकार मुजफ्फरनगर से आए राजेश सिंह व उनकी पत्नी कमलप्रीत कौर ने बताया कि उन्होंने ध्यानपुर धाम जाकर जो भी मनोकामना की थी, वह पूरी हुई है और आज उन्होंने महाराज जी से नाम दीक्षा भी ली है।

बाबा लाल जी का भजन, कीर्तन कर रहे जोगिंदर कपूर ने भी बताया कि उनके माता-पिता को कोई संतान नहीं थी। उनके माता-पिता ने ध्यानपुर धाम से आशीर्वाद लिया और उसके बाद वह पैदा हुआ।

श्री लालद्वारा प्रबंधक कमेटी के प्रधान रमेश मेहता, वरिष्ठ उपाध्यक्ष योगेश शर्मा व राजीव अरोड़ा ने बताया कि श्री ध्यानपुर धाम में बावड़ी है और उस बावड़ी में स्नान करने से निश्चित तौर पर सन्तान प्राप्ति होती है। उन्होंने बताया कि महाराज 21 अप्रैल को भी श्रद्धालुओं को आशीर्वाद व नाम दीक्षा देंगे। इस दौरान विशाल भंडारे का भी आयोजन किया गया।

Advertisement
Advertisement