यूआईएएमएस में जोखिम और विदेशी मुद्रा प्रबंधन पर दो दिवसीय कार्यशाला
चंडीगढ़, 5 मार्च (ट्रिन्यू) : पंजाब यूनिवर्सिटी में यूनिवर्सिटी इंस्टीट्यूट ऑफ एप्लाइड मैनेजमेंट साइंसेज (यूआईएएमएस) ने 'जोखिम और विदेशी मुद्रा प्रबंधन के व्यावहारिक पहलू' पर दो दिवसीय कार्यशाला का आयोजन किया। कार्यशाला का उद्देश्य वित्तीय जोखिम के प्रबंधन में अकादमिक ज्ञान और व्यावहारिक अनुप्रयोग के बीच अंतर को पाटना था। उद्योग के पेशेवर विशेषज्ञ, एचडीएफसी बैंक लिमिटेड के क्लस्टर हेड कुणाल हांडा ने छात्रों को विदेशी मुद्रा बाजार संचालन, विनिमय दर में उतार-चढ़ाव और डेरिवेटिव के उपयोग की गहन समझ प्रदान की।
पहले दिन, विशेषज्ञ ने एक इंटरैक्टिव सत्र दिया, जिसमें व्यावहारिक मामले के अध्ययन और विभिन्न प्रकार के जोखिमों और शमन रणनीतियों के पहलुओं को शामिल किया गया। कार्यशाला के दूसरे दिन विदेशी मुद्रा बाजार संचालन पर चर्चा की जाएगी।
यूआईएएमएस की निदेशक प्रोफेसर मोनिका अग्रवाल ने कार्यशाला के महत्व पर जोर देते हुए कहा कि आज तेजी से विकसित हो रही वैश्विक अर्थव्यवस्था में छात्रों के लिए वित्तीय जोखिम प्रबंधन का व्यावहारिक ज्ञान आवश्यक है।