या तो नशा तस्करी छोड़ दें या मेवात : एसपी
नशा तस्कर या तो मेवात छोड़ दें या फिर नशा तस्करी। वरना पुलिस को नशा तस्करी छुड़वाने का तरीका अच्छे से आता है। यह बात नूंह के पुलिस अधीक्षक विजय प्रताप सिंह ने गांधीग्राम घासेड़ा में सोमवार को नशे के खिलाफ आयोजित महापंचायत को संबोधित करते हुए कही। नशे के खिलाफ न केवल पुलिस विभाग ने अभियान छेड़ा हुआ है, बल्कि अब गांव के लोग भी नशा तस्करी को लेकर गंभीर दिखाई दे रहे हैं। ऐतिहासिक गांधी ग्राम घासेड़ा से इसकी शुरुआत की गई। पुलिस ने ग्रामीणों को भरोसा दिलाया कि नशा तस्करों से निपटने के लिए पुलिस हर संभव मदद करेगी। इसके लिए 21 सदस्यीय कमेटी का गठन किया गया है, जो नशा तस्करों पर पूरी तरह से नजर रखेगी और समय-समय पर पुलिस की मदद लेगी।
महापंचायत में घासेड़ा गांव के अलावा आसपास के मतलब रिठौड़ा, फिरोजपुर नमक, हिरमथला, सलम्बा गांवों के लोगों ने भी भाग लिया। नशा तस्करी के खिलाफ गीत गाने वाली लड़कियों को न केवल लोगों ने नगद पुरस्कार देकर उनकी हौसला अफजाई की, बल्कि पुलिस अधीक्षक नूंह विजय प्रताप सिंह ने कहा कि इनको अपने कार्यालय बुलाकर पुलिस विभाग की तरफ से प्रशंसा पत्र दिया जाएगा। ऐसी बेटियों को ब्रांड एंबेसडर बनाया जाएगा, जिससे नशे के खिलाफ मजबूती से लड़ाई लड़ी जा सके। उन्होंने कहा कि नूंह जिले में नशा तस्करी लगातार तेजी से बढ़ती जा रही है और यह चिंता का विषय है। इससे निपटने के लिए पुलिस विभाग ने कमर कस ली है और लोग भी उनको पूरी मदद कर रहे हैं।
एसपी ने कहा कि नशे का नाश करने के लिए जिला प्रशासन पूरी तरह से तैयार है। उपायुक्त विश्राम कुमार मीणा व उन्होंने जिले के करीब 25 गांव चिन्हित किए हैं, जहां पर जल्द खेल प्रतियोगिताएं आयोजित करवाई जाएंगी, जिससे बच्चों को नशे से दूर रखा जा सके। इसके अलावा धीरे-धीरे इस मुहिम को नूंह जिले के सभी 439 गांवों तक ले जाने का पुलिस विभाग व जिला प्रशासन का प्रयास रहेगा। गांधी ग्राम घासेड़ा के होली चौक पर सोमवार को हुई महापंचायत में कड़े व बड़े फैसले लिए गए। पुलिस का करीब 2 हजार जवानों का अमला भी अब नशे का नाश करने के लिए पूरी तरह फील्ड में उतर चुका है।