मुंबई थियेटर फेस्टिवल में छाया ‘मसखरे रंगमंच’
अम्बाला शहर, 8 जनवरी (हप्र)
अम्बाला के मसखरे रंगमंच ने छठे मुंबई थियेटर फेस्टिवल में अम्बाला का नाम रोशन किया है। गत सप्ताह मुंबई के वर्सोवा अंधेरी वेस्ट मुंबई में 2 नाटकों का मंचन किया गया। पहला नाटक हरिशंकर परसाई की लिखी कहानी पर आधारित ‘निठल्ला’ था, जिसका रूपांतरण कुलदीप कुणाल ने और अभिनय के साथ साथ निर्देशन नागेंद्र कुमार शर्मा ने किया। यह नाटक एकल प्रस्तुति थी, जिसे दर्शकों ने खूब सराहा। यह कहानी एक आदर्श व्यक्ति ‘निठल्ला’ पर आधारित है जो जो कोई काम नहीं करता बल्कि वह है जो अपने फायदे के लिए काम नहीं करता। दुनिया अब उसी को मानती है, जो निस्वार्थ भाव से दूसरों की भलाई करता है। दूसरा नाटक था ‘नपुंसक’ जो एक सामाजिक संदेश को दर्शाता है। मंजुल भारद्वाज द्वारा लिखित और नागेंद्र शर्मा द्वारा निर्देशित नाटक ‘नपुंसक’ ने समाज के हाशिए पर खड़े लोगों की पीड़ा और संघर्ष को प्रस्तुत किया। नागेंद्र शर्मा ने स्वयं मुख्य भूमिका निभाई। नाटक में इस किरदार के माध्यम से सामाजिक, धार्मिक और आर्थिक मुद्दों को उठाया गया और यह संदेश दिया गया कि यदि समाज का प्यार मिले, तो हाशिए पर खड़े लोग भी समाज का अभिन्न हिस्सा बन सकते हैं। नागेंद्र शर्मा के अभिनय और निर्देशन की विशेष प्रशंसा की गई। मंच के पीछे श्रृंगार सज्जा में शिवानी व सुकृति, मंच सज्जा में विशाल, शिवम और गर्व व संगीत में शिवानी और रजनीश व वस्त्र सज्जा में आरती ने अपनी अहम भूमिका निभाई। मुम्बई थियेटर फेस्टिवल में श्याम कुमार, श्राबोनी साहा, विशाल, शिवानी, सुकृति, रजनीश, शिवम, गर्व, अनु और आरती मौजूद रहे।