मार्केट कमेटी सचिव और डीएम हैफेड के विपरीत बयानों ने मामला उलझाया
अम्बाला शहर, 30 जून (हप्र)
एक ओर भाकियू शहीद भगत सिंह ने बाहरी सूरजमुखी अम्बाला शहर मंडी में बिकने की जांच को लेकर कमर कस ली है, वहीं मार्केट कमेटी के सचिव तथा डीएम हैफेड के विपरीत बयानों ने मामले को पूरी तरह उलझा दिया है। अभी तो हैफेड की खरीद में किसानों से अधिक तोल लिए जाने के मामले की जांच रिपोर्ट सामने नहीं आई हे। मंडी के दोनों गेटों पर लगवाए गए सीसीटीवी कैमरों की फुटेज से पता लगाया जा सकता है कि विवादित सूरजमुखी कब आई और कौन लाया, लेकिन इस ओर से कोई स्पष्ट जानकारी सामने नहीं आ रही।
दरअसल रविवार को कुछ ट्रकों में बाहर से सूरजमुखी की बोरियों आने के मामले का खुलासा हुआ था। इसके बाद जब मामला तूल पकड़ने लगा तो प्रशासन ने एसडीएम अम्बाला दर्शन कुमार की अध्यक्षता में एक जांच समिति गठित कर दी। इसी बीच भाकियू शहीद भगत सिंह के प्रधान की अध्यक्षता में एक प्रतिनिधिमंडल ने सूरजमुखी खरीद में गड़बड़ी को लेकर एसडीएम दर्शन कुमार से मुलाकात की और उन्हें इस मामले में निष्पक्ष जांच करने की मांग की। इसी बीच मार्केट कमेटी के सेक्रेटरी दलेल सिंह और हैफेड के डीएम के बयान एक दूसरे से विपरीत नजर आये। जहां मार्केट कमेटी के सेक्रेटरी ट्रक को हैफेड का बता रहे थे, वहीं हैफेड के डीएम देवेंद्र सिंह ने इस बात को सिरे से नकार दिया। डीएम ने बताया कि हैफेड से कोई भी ऐसा ट्रक मंडी में नहीं आया। अगर फसल वापस मंडी भेजी जाती है तो उसकी पूरी रिपोर्ट बनाकर भेजी जाती है। भाकियू ने आशंका जताई कि सूरजमुखी की फसल पिछले साल की बोरियों में भरकर आने के कुछ अलग ही मायने हैं, जिसकी निष्पक्ष जांच हो तो कई काबू आ सकते हैं।
मंडी में पहुंची जांच समिति
पूरे मामले की जांच को लेकर आज एसडीएम दर्शन कुमार, तहसीलदार आदित्य रंगा, हैफेड के डीएम देवेंद्र सिंह, मार्केटिंग बोर्ड के डीएमईओ राजीव चौधरी मार्केट कमेटी कार्यालय पहुंचे। यहां से प्रारंभिक जानकारी लेने के बाद वे सेक्रेटरी के साथ मंडी में जांच करने पहुंचे। यहां उन्हें कोई संतोषजनक जवाब नहीं मिला। इसके बाद एसडीएम ने मंडी से काफी रिकॉर्ड तलब कर लिया। एसडीएम ने बताया कि रविवार को मंडी में ट्रक कहां से आया, कौन इसे लेकर आया, ट्रक में रखी सूरजमुखी की बोरियां कहां से लाई गई, किस आढ़ती ने इसे मंगवाया, ट्रक की मंडी में आने से पहले कहीं एंट्री क्यों नहीं की गई, पिछले साल की बोरियां आखिर कहां से आई, बिना गेट पास ट्रक मंडी में कैसे आया। यह सब जांच के विषय हैं। जांच की जा रही है। सुबह से शुरू हुई जांच देर शाम तक भी जारी रही।