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मानेसर नगर निगम ने एजेंसी पर लगाया 4.50 करोड़ जुर्माना

05:15 AM Apr 30, 2025 IST
मानेसर नगर निगम ने एजेंसी पर लगाया 4 50 करोड़ जुर्माना
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गुरुग्राम, 29 अप्रैल (हप्र)
नगर निगम मानेसर ने आकांक्षा एंटरप्राइजेज पर लगभग 4.50 करोड़ रुपये का जुर्माना लगाया है। फरवरी 2023 में आकांक्षा एंटरप्राइजेज को नगर निगम मानेसर का रोड स्वीपिंग, पुश अप रोटेटिंग और ड्रेन का ठेका दो साल के लिए दिया गया था। पूरे प्रोजेक्ट की लागत 105 करोड़ रुपये थी। एजेंसी को हर महीने औसतन 4.30 करोड़ के लगभग भुगतान किया जा रहा था। 2023 से दिसंबर, 2024 तक की बिल अदायगी में भी एजेंसी ने पूरे 1997 मैन पावर के अनुसार पेमेंट निगम से उठाई है, जो कि लगभग 90 करोड़ रुपये की राशि बनती है। निगम आयुक्त ने इस पर जांच के आदेश दिए हैं।
बताया जा रहा है कि आकांक्षा एंटरप्राइजेज ने अनुमानित 1997 सफाई कर्मचारियों के बजाय कम कर्मचारी लगाए थे, जिसके कारण नगर निगम मानेसर की सफाई शाखा और बिल संबंधी अधिकारियों ने लगभग साढ़े चार करोड़ रुपये की पेनल्टी लगाकर सीनियर अधिकारियों को प्रस्तावित की है। जुलाई, 2024 से फरवरी, 2025 तक लगाए गए मैन पावर की डिटेल्स दर्शाती है कि किस तरह निगम में 1/4 मैनपावर पर ही आकांक्षा एंटरप्राइजेज ने हर महीने 100% मैनपावर की पेमेंट निगम से ली है। पूरा मामला संज्ञान में आने के बाद कमिश्नर ने जिन कर्मचारियों के कार्य में कमी पायी है उनको शो-कॉज नोटिस भेजे एवं उच्च अधिकारियों को भी लिखा कि इन लोगो पर कड़ी कार्रवाई करें। एजेंसी पर 4.50 करोड़ रुपये का जुर्माना लगाया गया है और साथ ही निगम मुख्यालय को जांच भी सौंपी जाएगी। एंटरप्राइजेज इससे पहले भी अपनी कार्यशैली को लेकर ब्लैक लिस्ट हो चुकी है। कमिश्नर रेनू सोगान ने पूरे मामले का तथ्यपूर्ण विश्लेषण करने के बाद निष्कर्ष निकाला कि सफाई कर्मचारियों की संख्या पूरी नहीं होने और सफाई व्यवस्था में अव्यवस्था के कारण यह जुर्माना उचित है।

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एजेंसी ने कहा- निगम फैला रहा झूठ

आकांक्षा एंटरप्राइजेज को नगर निगम मानेसर का रोड स्वीपिंग, नालियों की सफाई और बुश अप रूटिंग का ठेका दो साल के लिए दिया गया था। एजेंसी प्रतिनिधि का कहना है कि नगर निगम का झूठ फैलाया जा रहा है। एजेंसी को दिए गए वर्क आर्डर और ठेका एग्रीमेंट में कही भी किसी तरह की तैनात की जाने वाले जनशक्ति या संसाधनों की संख्या का कोई उल्लेख नहीं हैं। एजेंसी के प्रतिनिधि ने बताया कि लगभग प्रतिदिन दो तिहाई शिकायतें सेकेंडरी प्वइांट या कचरा संवेदनशील जगहों (जीवीपी) से कचरा उठाने से संबंधित प्राप्त होती हैं, जो एजेंसी को आवंटित कार्य के दायरे में नहीं आते हैं। प्रतिनिधि ने यह भी बताया कि बीती जुलाई, 2023 से नगर निगम मानेसर में डोर-टू-डोर कचरा संग्रहण और परिवहन के लिए कोई विशिष्ट एजेंसी नहीं है। डोर-टू-डोर का कार्य समाप्त होने के उपरांत 3-4 महीनों तक एजेंसी द्वारा बिना किसी अतिरिक्त शुल्क के इस कार्य को किया गया था। एजेंसी आज भी सेकेंडरी प्वाइंट्स या गारबेज सेंसिटिव प्वाइंट्स (जीवीपी) (डोर-टू-डोर इंफ्रास्ट्रक्चर की कमी के कारण उत्पन्न) कचरा एकत्र कर रही है और उसका परिवहन कर रही है।

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