For the best experience, open
https://m.dainiktribuneonline.com
on your mobile browser.
Advertisement

मां चला रही डीटीसी बस, बेटी उड़ाएगी हवाई जहाज

05:03 AM Dec 26, 2024 IST
मां चला रही डीटीसी बस  बेटी उड़ाएगी हवाई जहाज
चरखी दादरी के गांव झोझू की भांजी जेनिथ गहलावत प्रशिक्षण के दौरान उड़ान भरते हुए। -हप्र
Advertisement

प्रदीप साहू/हप्र
चरखी दादरी, 25 दिसंबर
चरखी दादरी के कादमा निवासी 107 वर्षीय बुजुर्ग अंतर्राष्ट्रीय खिलाड़ी रामबाई का परिवार महिला सशक्तीकरण की मिसाल पेश कर रहा है। रामबाई की बेटी झोझू निवासी संतरा देवी सैकड़ों मेडल अपने नाम कर चुकी हैं। इसी कड़ी में उनकी दोहती शर्मिला दिल्ली में डीटीसी बस चलाती हैं और उनकी पड़दोहती जेनिथ हवाई जहाज उड़ा रही हैं। करीब 62 घंटे की उड़ाने का प्रशिक्षण पूरा होते ही जेनिथ कर्मिशियल पायलेट बन जाएंगी।
झज्जर जिले के गांव खानपुर खुर्द निवासी शर्मिला के पति का करीब 17 साल पहले सड़क हादसे में निधन होने के बाद वह अपने मायका चरखी दादरी के गांव झोझू कलां में आ गईं। इसी दौरान शर्मिला ने मायके में रहते हुए बेटी के सपनों को उड़ान भरवाने का संकल्प लिया। शर्मिला ने अपनी माता संतरा देवी और नानी रामबाई को खेलों में उड़ाने भरवाने के लिए मानसिक रूप से तैयार करते हुए ग्राउंड में उतार दिया। करीब 107 वर्षीय नानी रामबाई अब तक राष्ट्रीय व अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर करीब 200 मेडल जीत चुकी है। शर्मिला की माता 75 वर्षीय संतरा देवी भी मेडलों का सैकड़ा पूरा कर चुकी हैं। जेनिथ की मां शर्मिला 200 मेडल प्राप्त कर चुकी हैं। वह दिल्ली में डीटीसी बस चलाती हैं। शर्मिला ने बताया कि पति जयसिंह गहलावत का 21 मार्च 2008 को दुर्घटना में देहांत हुआ था। जेनिथ का सपना पायलेट बनने का था। शर्मिला ने बताया कि बेटी जेनिथ ने बीएससी साइंस की डिग्री राजस्थान की वनस्थली यूनिवर्सिटी से प्राप्त की। वह दूरस्थ शिक्षा निदेशालय से एमबीए कर रही हैं। साथ ही वह हवाई जहाज उड़ाने का प्रशिक्षण ले रही हैं। अब तक जेनिथ 138 घंटे हवाई जहाज उड़ाने का अनुभव ले चुकी हैं। 200 घंटे का अनुभव होते ही उनका प्रशिक्षण पूरा हो जाएगा। जेनिथ ने मल्टी इंजन परीक्षा में मेरिट प्राप्त की है। प्रशिक्षण पूरा होते ही वह कर्मिशियल पायलेट का सर्टिफिकेट मिल जाएगा।

Advertisement

Advertisement
Advertisement