महिला पहलवान जब तक गुड फील नहीं करती तब तक फेडरेशन के खिलाफ जंग जारी रहेगी : साक्षी मलिक
विनोद लाहोट/निस
समालखा, 5 मार्च
बजरंग पूनिया और विनेश फोगाट के साथ मिलकर महिला पहलवानों के कथित यौन उत्पीड़न को लेकर भारतीय कुश्ती महासंघ (डब्ल्यूएफआई) के खिलाफ आंदोलन करने वाली साक्षी मलिक ने बुधवार को कहा कि फेडरेशन के खिलाफ उनकी लड़ाई तब तक जारी रहेगी जब तक महिला पहलवानों के लिए रेसलिंग पूरी तरह से सुरक्षित नहीं हो जाती और वे गुड फील नहीं करती। ओलंपिक में कांस्य पदक लाने वाली देश की पहली महिला पहलवान साक्षी मलिक ने बुधवार को समालखा स्थित पाइट कॉलेज में पत्रकारों से बात कर रही थी। साक्षी मलिक ने कहा कि राजनीति मे जाना विनेश फोगाट की अपनी इच्छा थी लेकिन बहन बेटियों के उत्पीड़न को लेकर फेडरेशन के खिलाफ लड़ाई में वह उनके साथ है। उन्होंने कहा कि वह रेसलिंग छोड़ चुकी है लेकिन उनका लक्ष्य स्पोर्ट्स को आगे बढाने का है। स्पोर्ट्स में बच्चों को कैसे आगे बढाये ताकि देश के लिए मेडल की संख्या बढाई जाये इसके प्रयास जारी रहेंगे। साक्षी मलिक ने कहा कि अपने 20 साल के रेसलिंग केरिअर में उन्होंने जो कमियां देखी और जिन असुविधाओं से वह निकलकर आई है, वो कमी व असुविधा बच्चों को न देखनी पड़े और ओलंपिक मे ज्यादा से ज्यादा बच्चे कैसे शिरकत कर ज्यादा मेडल लाये इसके प्रयास करती रहेगी। उन्होंने नये पहलवानों को नशा न करने की अपील करते हुए कहा कि कुछ खिलाड़ी परफार्मेस बढाने के लिए ड्रग्स व इंजेक्शन लेते हैं और कुछ बैन सप्लीमेंट का प्रयोग करते हैं यह गलत है। देसी व हेल्दी खाना खाकर भी लाइफ मे अचीवमेंट प्राप्त की जा सकती है।
पाइट में वार्षिक एथलेटिक मीट का आगाज
साक्षी मलिक ने पानीपत इंस्टीट्यूट ऑफ इंजीनियरिंग एंड टेक्नॉलोजी में दो दिवसीय 19वें वार्षिक एथलीट मीट का शुभारंभ किया। उनके साथ अर्जुन अवार्ड विजेता उनके पति सत्यव्रत कादियान भी मौजूद रहे। इस अवसर पर लड़कियों की 400 मीटर दौड़ में बीटेक एआइडीएस से महिमा विजेता रहीं। बीसीए की पायल द्वितीय एवं बीकॉम की शिवानी तीसरे स्थान पर रहीं। 800 मीटर लड़कों की दौड़ में सिविल से निशांत विजेता रहे। फार्मेसी से जतिन द्वितीय और बीटेक के राहुल तीसरे स्थान पर रहे। बुआना लाखू के दिव्यांग जूडो खिलाड़ी रोहित को पहलवान साक्षी मलिक ने पांच हजार रुपये देकर सम्मानित किया।