महाराष्ट्र शपथ ग्रहण 5 को, सीएम के नाम का ऐलान नहीं
मुंबई, 30 नवंबर (एजेंसी)
महाराष्ट्र में नयी महायुति सरकार पांच दिसंबर की शाम मुंबई के आजाद मैदान में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की मौजूदगी में शपथ लेगी। प्रदेश भाजपा प्रमुख चंद्रशेखर बावनकुले ने शनिवार को यह जानकारी दी। हालांकि, अभी तक यह घोषणा नहीं की गई कि मुख्यमंत्री कौन होगा, लेकिन भाजपा सूत्रों ने बताया कि देवेंद्र फडणवीस इस शीर्ष पद की दौड़ में सबसे आगे हैं।
महायुति में भाजपा के अलावा एकनाथ शिंदे के नेतृत्व वाली शिवसेना और अजित पवार के नेतृत्व वाली राकांपा शामिल हैं।
इस बीच, एक भाजपा नेता ने कहा कि पार्टी के विधायक दल का नेता चुनने के लिए दो दिसंबर को बैठक होगी। उन्होंने कहा कि फडणवीस को मुख्यमंत्री पद मिलने की संभावना है। अजित पवार के नेतृत्व वाली राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी भी कह चुकी है कि मुख्यमंत्री के रूप में फडणवीस उसे स्वीकार्य हैं। इससे पहले, शिंदे ने स्पष्ट कर दिया था कि भाजपा के शीर्ष नेतृत्व द्वारा मुख्यमंत्री पद पर कोई भी फैसला उन्हें स्वीकार्य होगा। शिंदे पर शिवसेना नेताओं के एक समूह का दबाव है, जो मानते हैं कि उन्हें उपमुख्यमंत्री नहीं बनना चाहिए। पार्टी नेताओं का एक और समूह जोर दे रहा है कि उन्हें नयी सरकार का हिस्सा होना चाहिए।
चुनाव आयोग ने शिकायतों पर चर्चा के लिए कांग्रेस को बुलाया
नयी दिल्ली : चुनाव आयोग ने शनिवार को कहा कि महाराष्ट्र में अपनाई गई सभी चुनाव प्रक्रियाओं में पारदर्शिता थी और उसने कांग्रेस द्वारा उठाई गई सभी वैध शिकायतों की समीक्षा करने का आश्वासन दिया। आयोग ने कांग्रेस को दिए अंतरिम जवाब में पार्टी के प्रतिनिधिमंडल को 3 दिसंबर को उसकी सभी शिकायतों पर चर्चा करने के लिए आमंत्रित भी किया।
दो डिप्टी सीएम होंगे : पवार
पुणे : राकांपा अध्यक्ष अजित पवार ने शनिवार को कहा कि महाराष्ट्र का अगला मुख्यमंत्री भाजपा से होगा और महायुति के अन्य घटकों से दो उपमुख्यमंत्री होंगे। उन्होंने कहा कि हमने एक मजबूत दृष्टिकोण के साथ आगे बढ़ने का फैसला किया है।
शिंदे गांव में बीमार !
शिंदे इन अटकलों के बीच शुक्रवार को अपने पैतृक गांव चले गए थे कि नयी सरकार को आकार देने के तौर-तरीकों से वह खुश नहीं हैं। उनके एक सहयोगी ने बताया कि वह बीमार हैं। शिंदे के करीबी शिवसेना नेता संजय शिरसाट ने कहा कि उनकी पार्टी को गृह विभाग मिलना चाहिए। उन्होंने दावा किया कि शिंदे को दरकिनार करने की कोशिशें की गईं।