महाकुंभ में रोशनी बिखेरता 'नेत्र कुंभ’
देश और विदेश में महाकुंभ या कुंभ के आयोजन को सनातन धर्म से जुड़े कर्मकांड़ों और अनुष्ठान की स्थली के रूप में जाना जाता रहा है। समय के साथ आये बदलाव से इस आयोजन की परंपराओं में अब सामाजिक सरोकार से जुड़े कार्य भी शामिल हो गये हैं। प्रयागराज महाकुंभ में सामाजिक सरोकार से जुड़े तमाम कार्यरूपी यज्ञ चल रहे है, जिसमें एक यज्ञ का नाम है 'नेत्र कुंभ'। सक्षम संस्था द्वारा संचालित नेत्र कुंभ में देशभर से आने वाले उन लाखों श्रद्धालुओं की आंखों का इलाज निशुल्क किया जा रहा है, जो किसी कारण से इलाज नहीं करा पा रहे हैं।
अंधत्व से मुक्ति के लिये अभियान चला रही सक्षम संस्था ने महाकुंभ क्षेत्र के सेक्टर-6 में 10 एकड़ पर नेत्र चिकित्सालय का निर्माण किया है। यहां श्रद्धालुओं को एक ही स्थान पर सारी सुविधायें उपलब्ध करवाई जा रही हैं। आपात स्थिति में मरीजों के लिये 106 बेड की डाॅरमेट्री बनाई गई है। संस्था के पास 6 एम्बुलेंस हैं। अस्पताल में एक साथ 10 कमरों में अलग-अलग ओपीडी सुबह 9 बजे से शाम 5 बजे तक चल रही हैं। इसे आवश्यकतानुसार बढ़ा दिया जाता है। एक ओपीडी में 4 डाक्टर, 8 आॅप्टोमेेटिस्ट तथा दो कंप्यूटर सहायक नियुक्त हैं। यहां सेवा दे रहे ड़ाक्टर देश के प्रमुख शहरों में स्थित संस्थानों से आये हैं।
6 जनवरी से शुरू हुए नेत्र कुंभ में यहां आने वाले श्रद्धालुओं की आंखों का निशुल्क इलाज किया जा रहा है। साथ ही दवाएं और चश्में भी दिए जा रहे हैं। आॅपरेशन की जरूरत होने पर श्रद्धालु को उसके ही शहर में निशुल्क आॅपरेशन कराने की व्यवस्था संस्था द्वारा की गई है। संस्था ने 50 हजार आॅपरेशन का लक्ष्य निर्धारित किया है।
देश के विभिन्न शहरों में संचालित लगभग 216 अस्पतालों ने संस्था की संस्तुति पर निशुल्क आपरेशन की सहमति दी है। इसमें एडवांस आई हास्पिटल, पीजीआई चंडीगढ़ और पीजीआई रोहतक जैसे प्रमुख अस्पताल शामिल हैं।
संस्था ने 2019 के प्रयागराज कुंभ में भी नेत्र कुंभ का आयोजन किया था। नेत्र कुंभ की व्यवस्था देख रहे ले. कर्नल डॉ. राधाकांत ने बताया कि इस बार 5 लाख श्रद्धालुओं की आंखों की जांच का लक्ष्य रखा गया है। 3 लाख चश्मों के वितरण का लक्ष्य रखा है। नेत्र कुंभ आयोजन समिति के अध्यक्ष कवींद्र प्रताप सिंह ने बताया कि नेत्र कुंभ का आयोजन संघ के सह सरकार्यवाह डॉ. कृष्ण गोपाल तथा सक्षम के राष्टीय संगठन मंत्री चंद्रशेखर के सहयाेग से हुआ है।
100 साल से हर कुंभ में शामिल हो रहे स्वामी शिवानंद
महाकुभंनगर (एजेंसी) पद्मश्री से सम्मानित योग साधक स्वामी शिवानंद बाबा पिछले 100 साल से हर कुंभ में शामिल हो रहे हैं। सेक्टर 16 में संगम लोअर मार्ग पर स्थित बाबा के शिविर के बाहर लगे बैनर में छपे उनके आधार कार्ड में उनकी जन्मतिथि आठ अगस्त, 1896 दर्ज है। बेंगलुरु से उनके शिष्य फाल्गुन भट्टाचार्य ने बताया, ‘बाबा ने चार साल की उम्र तक दूध, फल, रोटी नहीं देखी। वह आधा पेट ही भोजन करते हैं। दिल्ली से आए हीरामन बिस्वास ने बताया कि वह बाबा के संपर्क में 2010 में चंडीगढ़ में आए थे।