मदवि विवेकानंद पुस्तकालय के तत्वावधान में राष्ट्रीय पुस्तक न्यास की सचल पुस्तक प्रदर्शनी का आयोजन
रोहतक, 7 सितम्बर (हप्र)। समाज में पुस्तक-संस्कृति को बढ़ावा दिए जाने की जरूरत है। पुस्तकों का पठन-पाठन न केवल ज्ञान का दायरा बढ़ाता है, बल्कि मानवीय मूल्यों में भी अभिवृद्धि करता है। विद्यार्थियों को सिलेबस से अतिरिक्त पुस्तकें भी बढऩे का आह्वान करते हुए महर्षि दयानंद विश्वविद्यालय (मदवि) के कुलपति प्रो. राजबीर सिंह ने आज विवेकानंद पुस्तकालय के तत्वावधान में राष्ट्रीय पुस्तक न्यास (एनबीटी) की सचल पुस्तक प्रदर्शनी का उद्घाटन किया। मदवि कुलपति प्रो. राजबीर सिंह ने कहा कि अध्ययनशीलता का गुण विद्यार्थियों में अवश्य होना चाहिए। उन्होंने इस अवसर पर उपस्थित विद्यार्थियों को प्रेरक पुस्तकें पढऩे की सलाह दी।विवेकानंद पुस्तकालय के लाइब्रेरियन डा. सतीश मलिक तथा निदेशक जनसंपर्क सुनित मुखर्जी ने कुलपति का स्वागत किया। डा. सतीश मलिक ने बताया कि एनबीटी की ये मोबाइल बस दो दिन तक विश्वविद्यालय परिसर में विवेकानंद पुस्तकालय के समीप उपलब्ध रहेगी। इस मोबाइल पुस्तक प्रदर्शनी में एनबीटी की विभिन्न विषयों की पुस्तकें उपलब्ध हैं।इस अवसर पर प्रतिष्ठित शिक्षाविद् डा. सीताराम व्यास तथा सामाजिक कार्यकत्र्ता सुभाष आहूजा, मदवि के जनसंपर्क अधिकारी पंकज नैन, विवेकानंद पुस्तकालय के कर्मी, पुस्तकालय विज्ञान विभाग के प्राध्यापक डा. संजीव काद्यान, डा. अनिल सिवाच, शोधार्थी, विद्यार्थी उपस्थित रहे। एनबीटी कर्मी सुरेश कुमार, सतीश कुमार, रामलखन तथा मनोज कुमार ने कार्यक्रम आयोजन में सहयोग दिया।