इंफाल, 9 फरवरी (एजेंसी)मणिपुर में जातीय हिंसा भड़कने के करीब डेढ़ साल बाद मुख्यमंत्री एन. बीरेन सिंह ने रविवार को राज्यपाल अजय कुमार भल्ला को अपना इस्तीफा सौंप दिया। यह घटनाक्रम उनके दिल्ली से लौटने के कुछ ही घंटों बाद और मणिपुर विधानसभा का सत्र शुरू होने से एक दिन पहले हुआ।विपक्षी दल कांग्रेस उनकी सरकार के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव लाने की योजना बना रहा था। विधानसभा सत्र के सिलसिले में शनिवार को सिंह ने भाजपा नीत सत्तारूढ़ गठबंधन के विधायकों के साथ बैठक की थी।बीरेन सिंह ने राज्यपाल को लिखे अपने पत्र में कहा, ‘अब तक मणिपुर के लोगों की सेवा करना मेरे लिए सम्मान की बात रही है। मैं प्रत्येक मणिपुरी के हितों की रक्षा के लिए समय पर की गयी कार्रवाई, हस्तक्षेप, विकास कार्यों और विभिन्न परियोजनाओं के कार्यान्वयन के लिए केंद्र सरकार का बहुत आभारी हूं।’कांग्रेस ने एन. बीरेन सिंह के इस्तीफे को ‘देर से उठाया गया कदम’ बताते हुए कहा कि राज्य के लोगों को अब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के आने का इंतजार है।कांग्रेस महासचिव जयराम रमेश ने कहा कि कांग्रेस सोमवार को मणिपुर विधानसभा में सिंह और उनकी मंत्रिपरिषद के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव लाने के लिए तैयार है।गौर हो कि मई 2023 में राज्य में जातीय हिंसा भड़कने के बाद से 250 से अधिक लोग मारे गये हैं और हजारों लोग बेघर हुए हैं।राज्य के लोगों को प्रधानमंत्री के दौरे का इंतजार : कांग्रेसकांग्रेस महासचिव जयराम रमेश ने ‘एक्स’ पर एक पोस्ट में कहा, ‘मणिपुर के मुख्यमंत्री ने माहौल को भांपते हुए इस्तीफा दे दिया। कांग्रेस मणिपुर में हिंसा भड़कने पर मई 2023 की शुरुआत से इसकी मांग कर रही थी। मुख्यमंत्री का इस्तीफा देर से दिया गया। अब मणिपुर के लोग लगातार विदेश यात्रा करने वाले हमारे प्रधानमंत्री के दौरे का इंतजार कर रहे हैं, जो फ्रांस और अमेरिका की यात्रा पर (जाने वाले) हैं और जिन्हें पिछले 20 महीने में मणिपुर जाने के लिए न तो समय मिला है और न ही उनकी इच्छा है।’बंदूकधारियों ने आईआरबी चौकी से लूटे हथियारमणिपुर के थौबल जिले के काकमाई इलाके में शनिवार रात अज्ञात बंदूकधारियों ने ‘इंडिया रिजर्व बटालियन’ (आईआरबी) की चौकी से हथियार लूट लिये। अधिकारियों ने रविवार को बताया कि चौकी से आईआरबी और मणिपुर राइफल्स के जवानों से छह एसएलआर, तीन एके राइफलें, करीब 270 गोलाबारूद और 12 मैगजीन लूटी गयीं।