इंफाल, 4 जनवरी (एजेंसी)मणिपुर के कांगपोकपी में भीड़ द्वारा पुलिस अधीक्षक (एसपी) के कार्यालय पर शुक्रवार शाम हमला करने के मद्देनजर जिले में सुरक्षा कड़ी कर दी गई है। सैबोल गांव से केंद्रीय बलों को कथित रूप से नहीं हटाये जाने को लेकर भीड़ ने हमला किया, जिसमें पुलिस अधीक्षक घायल हो गए। हमलावरों ने गांव में केंद्रीय बलों, खासकर सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) और केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (सीआरपीएफ) की लगातार तैनाती पर शुक्रवार को अपना गुस्सा जाहिर करने के लिए कार्यालय पर पथराव किया और अन्य चीजें भी फेंकीं। इंफाल, चार जनवरी (भाषा) उधर, राज्यपाल अजय कुमार भल्ला ने पुलिस, सीआरपीएफ), बीएसएफ, असम राइफल्स के वरिष्ठ अधिकारियों के साथ बैठक कर राज्य में व्यापक सुरक्षा स्थिति की समीक्षा की। राज्यपाल ने राज्य के पुलिस महानिदेशक (डीजीपी) को लोगों की सुरक्षा को प्राथमिकता देने का निर्देश दिया और सेना और अर्धसैनिक बलों के अधिकारियों से राज्य में कानून व्यवस्था बनाए रखने में प्रशासन को पूरा सहयोग देने का आग्रह किया।अधिकारियों ने बताया कि पुलिस अधीक्षक कार्यालय के परिसर में रखे जिला पुलिस के वाहनों को क्षतिग्रस्त कर दिया। उन्होंने बताया कि पुलिस अधीक्षक एम प्रभाकर के माथे पर कोई वस्तु लगी, जिससे वह घायल हो गए। इंफाल में एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि इलाके में सुरक्षा बलों की एक बड़ी टुकड़ी तैनात की गई है। उन्होंने कहा, ‘स्थिति अब नियंत्रण में है और इस पर कड़ी नजर रखी जा रही है।' पुलिस ने एक बयान में कहा कि प्रदर्शनकारियों ने पथराव करने के अलावा एसपी कार्यालय पर पेट्रोल बम से भी हमला किया। बयान में कहा गया, ‘सुरक्षा बलों ने भीड़ पर जवाबी कार्रवाई की और उसे तितर-बितर करने के लिए आवश्यक बल प्रयोग किया जिसके बाद स्थिति नियंत्रण में लाई गई।'भाजपा वह माचिस है, जिसने मणिपुर को जला दिया : खड़गेनयी दिल्ली (एजेंसी) : कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने मणिपुर में हिंसा की ताजा घटना को लेकर शनिवार को आरोप लगाया कि भाजपा वह माचिस है, जिसने पूर्वोत्तर के इस प्रदेश को जला दिया। खड़गे ने ‘एक्स' पर कहा, ‘नरेंद्र मोदी जी, आपकी मणिपुर की आखिरी यात्रा जनवरी, 2022 में भाजपा के लिए वोट मांगने को लेकर थी। 3 मई 2023 को राज्य में हिंसा भड़क उठी। 600 से अधिक दिन बीत चुके हैं और खबरों से अब पता चला है कि राज्य में गांव के गांव मिटा दिए गए हैं।'