मंत्री जी! पीने लायक नहीं है शहर की सप्लाई का पानी
सप्लाई के पानी के साथ सीवरेज का पानी मिक्स होकर पहुंच रहा है। इस पानी का उपयोग दूसरे कार्यों में नहीं किया जा सकता। मजबूरन नालियों में बहाना पड़ रहा है। कई बार मजबूरीश इसे पीने से पेट से जुड़ी बीमारियां पनपने का अंदेशा रहता है। उन्होंने बताया कि इस बारे में पब्लिक हेल्थ विभाग के अधिकारियों से शिकायत की जाती है तो वे एक बार खानापूर्ति कर देते है, लेकिन समस्या का समाधान नहीं करते।
उन्होंने बताया कि शहर में सीवर जाम की स्थिति बनी हुई है, लेकिन सबसे बुरी स्थिति शहर की करीब एक दर्जन कॉलोनियों की बनी है। खासकर लोहड़ चौपटा, हालवास गेट, हनुमान ढाणी, अमर नगर, बैंक कॉलोनी, डॉबर कॉलोनी, शिवनगर कॉलोनी, जागृति कॉलोनी के अलावा अनेक ऐसी कॉलोनियां है। जहां पर सीवर का पानी गलियों व सडक़ों पर फैला रहता है।
उन्होंने बताया कि लोगों को इसी गंदे पानी के अंदर से निकल कर जाना पड़ता है। बारिश के दिनों में स्थिति ओर भी गंभीर हो जाती है। बारिश के पानी के साथ साथ सीवर का पानी भी गलियों व सडक़ों पर फैलने के बाद घरों तक पहुंचने लगता है। जब इस बारे में पब्लिक हेल्थ विभाग के अधिकारियों से शिकायत करते हैं तो फोन ही कम उठाए जाते हैं।
अगर कोई अधिकारी फोन उठा ले तो जल्द समस्या का समाधान करवाए जाने का भरोसा दिलाकर खानापूर्ति कर लेते है। गलियों व सडक़ों पर सीवर का पानी जमा होने से क्षेत्र में बीमारी फैलने की आशंका बनी हुई है। इस मौके पर वाइस चेयरमैन प्रतिनिधि संदीप, सुभाष तंवर, सूर्या तंवर, संदीप यादव, बिल्लू बादशाह, अजय, अशोक कामरा, शिव कुमार गोठवाल, सुकर्मपाल, महाबीर के अलावा अन्य कई पार्षद मौजूद थे।
चेयरपर्सन व पार्षदों ने बताया कि अगर जरा सी तेज बारिश आ गई तो पूरे शहर का डूबना लाजिमी है। चूंकि शहर के बाहरी इलाकों में स्थित अधिकांश डिस्पोजलों की आधे से ज्यादा पम्पसेट खराब पड़े है। बारिश आने के तत्काल बाद बिजली कट लगने से सारे पंप बंद हो जाते हैं। अगर बिजली के कट लगते ही जरनेटरों से मोटरों को चलाया जाए तो शहर में ज्यादा देर तक बारिश का पानी नहीं टिक पाएगा।
अधिकारी मिनी सरकार से तालमेल बनाकर करें कार्य: गंगवा
इस मौके पर नप चेयरपर्सन भवानी प्रताप सिंह व नप पार्षदों के मांगपत्र के बाद मंत्री रणबीर सिंह गंगवा ने अधिकारियों को फटकार लगाई और कहा कि शहर की मिनी सरकार से तालमेल बनाना बेहद जरूरी है। उनके फोन को सुनी, उन द्वारा बताई गई समस्याओं को प्राथमिकता के आधार पर हल करें। इस मामले में कोई ढिलाई बर्दाश्त नहीं होगी।
आपातकालीन सभी समस्याओं का समाधान करें। दक्ष प्रजापति जयंती के बाद फिर से पार्षदों व अधिकारियों के साथ वे बैठक करेंगे। शहर के लोगों के समक्ष किसी प्रकार की कोई समस्या नहीं रहनी चाहिए।