मंडी में धान आवक प्रारंभ, सफाई व्यवस्था चरमराने से गंदगी के अंबार
जितेंद्र अग्रवाल/हप्र
अम्बाला शहर,18 सितंबर
क्षेत्र की सबसे बड़ी अम्बाला शहर की अनाज मंडी में धान की आवक प्रारंभ हो चुकी है लेकिन सफाई और पानी निकासी व्यवस्था चरमरा जाने से गंदगी के अंबार लगे हैं। इसके चलते नालियां ओवरफ्लो हो रही हैं। इस सीजन में धान खरीद में होने वाली किसी भी प्रकार की अनियमितता से बचाव के लिए प्रारंभ होने के तुरंत बाद से उठान पर सख्ती जरूरी है अन्यथा इतिहास अपने को दोहराता रहेगा। दरअसल शहर की अनाज मंडी क्षेत्र की सबसे बड़ी मंडी है जो करीब 60 प्रतिशत पंजाब पर निर्भर करती है। पिछले कई वर्षों से बाहरी धान पर रोक के कारण कई आढ़ती यहां से पलायन कर चुके हैं और बाकी का कारोबार एकदम नीचे की ओर जा रहा है। चुनावी वर्ष होने के कारण एक बार फिर आढ़तियों में आशा जग रही है कि संभवतया उन्हें इस वर्ष अपनी तिजौरियां भरने का मौका फिर से मिल जाएगा और सरकार बाहरी धान पर रोक नहीं लगाएगी। लेकिन यह मात्र कयास ही हैं। धान की सरकारी खरीद कब शुरू होगी इसके मात्र कयास ही लगाए जा रहे हैं। कृषि मंत्री 20 सितंबर से धान खरीद की बात कह रहे हैं लेकिन अधिकारियों के पास ऐसे कोई दिशा निर्देश नहीं आए। अभी तक परंपरागत रूप से 1 अक्तूबर से प्रारंभ होती रही है। मिलर और आढ़ती बता रहे हैं कि मुख्यमंत्री ने केंद्र से 25 सितंबर से खरीद शुरू करने के लिए स्वीकृति मांगी है। इसी बीच शहर मंडी में किसानों द्वारा अपनी धान की उपज लाए जाने का क्रम जारी है। गत दिनों हुई बरसात ने प्लेटफार्मों पर सुखाने के लिए डाली गई धान को भिगोने का काम तो किया ही । साथ ही सफाई और निकासी व्ययवस्था की पोल खोल कर रख दी।
जानबूझ कर पैदा की जाती है लिफ्टिंग की दिक्कत
धान खरीद में किसी भी प्रकार की अनियमितता से बचने के लिए और बिहार आदि राज्यों से सस्ता चावल खरीद कर सरकार को धान के बदले सप्लाई करने के गाेरखधंधे से बचने के लिए खरीद शुरू होने के साथ ही उठान पर कड़ाई जरूरी है। जानकारों की माने तो मंडी में आम तौर पर जानबूझ कर लिफ्टिंग की दिक्कत पैदा की जाती है ताकि सबका ध्यान केवल लिफ्टिंग की ओर ही केंद्रित होकर रह जाए। पिछले सीजन में भी 2 आढ़तियों के मुनीमों द्वारा कई लाख रुपये के बिना उपजे धान को बेचने का मामला सामने आया था लेकिन आढ़तियों ने मुनीमों से कमाई गई धन राशि को दान करवाकर मामले का पटाक्षेप करवा दिया था।
धान की सरकारी खरीद के लिए फिलहाल कोई निर्देश नहीं हैं और परंपरागत रूप से 1 अक्तूबर से प्रारंभ होती है। शहर मंडी में सफाई और निकासी को लेकर सामने आई दिक्कतों को खरीद प्रारंभ होने से पहले व्यवस्थित कर दिया जाएगा। यदि सरकार द्वारा धान खरीद पहले शुरू करने के आदेश आते हैं तो जिले की सभी मार्केट कमेटियां पूरी तरह से तैयार हैं।
-राजीव चौधरी, डीएमईओ, अम्बाला