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भूकम्प के दम पर कारोबार का दमखम

04:00 AM Apr 01, 2025 IST

आलोक पुराणिक

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कुछ बातें इतनी पुरानी हैं कि जब वो नई खबरों के तौर पर भी आती हैं, तो लगता है कि यह तो पुरानी न्यूज है। टी-ट्वेंटी मैच में पाकिस्तान न्यूजीलैंड से हारा। यह खबर तो पुरानी है। जी कई बार हारा है, तो हर बार हार नयी है, खबर पुरानी है। हार नयी हो सकती है, खबर पुरानी हो सकती है।
पाकिस्तान में फिर प्रधानमंत्री हटाये जायेंगे, प्रधानमंत्री पुराने वाले न होंगे, वह तो हाल में लगे नये प्राइम मिनिस्टर हो सकते हैं, पर खबर पुरानी है। पाकिस्तान में प्रधानमंत्री आते-जाते रहते हैं, आर्मी पक्के तौर पर जमी रहती है। आर्मी हर बार कहीं से नई भीख का जुगाड़ कर लेती है ताकि पुराने खर्चों का इंतजाम कर सके। किस तरह का मुंह और बहाने बनाकर भीख मांगी जाये, यह बात कोई भी पाकिस्तान के हुक्मरानों से सीख सकता है। थाईलैंड में भूकंप आ गया। हर टीवी चैनल ने कहा कि सबसे पहले भूकंप उसी के चैनल पर आया। हर चैनल का दावा रहता है कि उसके पास एक्सक्लूसिव खबर है। मैं सोच रहा था कि हर चैनल कहीं यह दावा न कर दे कि भूकंप एक्सक्लूसिव तौर पर सिर्फ उसी के चैनल पर आया है।
चैनल की चिंताएं अलग होती हैं। एक चैनल रिपोर्टर ने मुझे बताया कि इतना कम आया भूकंप कि हम रिकार्ड नहीं कर सके। भूकंप कुछ ज्यादा समय के लिए आता, तो रिकार्ड किया जा सकता था। चैनल की चिंताएं अलग हैं, भूकंप से परेशान पब्लिक सोच रही है कि हाय इतनी देर तक चला, चैनल रिपोर्टर सोच रहे हैं कि हाय इतना कम। हरेक की चिंताएं अलग हैं। भूकंप को इतनी पब्लिसिटी मिल गयी है, भूकंप इंसान का भेष धऱके सोच सकता है कि मैं तो चुनाव भी लड़ सकता हूं। भूकंप इंसान के तौर पर चुनाव लड़ ले, तो शायद किसी नेता से कम ही नुकसान करे। भूकंप और नेता में एक बुनियादी फर्क है, भूकंप कुछेक मिनट ही सताता है, नेता कई साल नहीं, कई दशकों तक सताता रहता है। भूकंप अलग-अलग जाकर सताता है। नेता तो एक ही क्षेत्र में कई सालों तक लगातार सताता रहता है। नेता अपने बाद अपने बच्चे और फिर उनके बच्चे छोड़ जाता है सताने के लिए। ऐसी कोई हरकत भूकंप नहीं कर सकता।
पाकिस्तान के नेता व आर्मी वाले परेशान रहते हैं कि भूकंप उनके यहां नहीं आता रोज-रोज। हुक्मरान हर चीज से रकम खींच लेते हैं, वे भूकंप से भी। दुनियाभर के देशों से कहते हैं—लाओ डालर, लाओ पौंड, भूकंप आ गया है। बाढ़ आ गयी है, मदद करो, हाय मदद करो। कई भिखारी टूटी टांग, टूटा पैर दिखाकर भीख मांगते हैं, पाकिस्तानी बाढ़ और भूकंप दिखाकर भीख मांगते हैं।

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