भारत तैयार करेगा अपना एआई मॉडल
नयी दिल्ली, 30 जनवरी (ट्रिन्यू)
केंद्रीय मंत्री अश्विनी वैष्णव ने बृहस्पतिवार को कहा कि भारत आने वाले महीनों में अपना खुद का आर्टिफिशियल इंटेलीजेंस (एआई) मॉडल तैयार करेगा। उन्होंने बताया कि ‘इंडियाएआई’ मिशन के तहत 10,372 करोड़ रुपये के परिव्यय को मंजूरी दी जा चुकी है। उन्होंने कहा कि भारत स्टार्टअप और शोधकर्ताओं के उपयोग के लिए 18,693 ग्राफिक्स प्रोसेसिंग यूनिट (जीपीयू) द्वारा संचालित सबसे सस्ती कॉमन कम्प्यूट सुविधा तैयार करेगा, जिसकी मदद से चैटजीपीटी, डीपसीक आर1 और ऐसे ही दूसरे एआई मॉडल को टक्कर दी जा सकती है। भारत का यह साहसिक कदम ऐसे समय में सामने आया है, जब चीनी कंपनी डीपसीक ने अपने एआई मॉडल से लोगों का ध्यान खींचा है। डीपसीक ने अमेरिकी कंपनियों को चुनौती दी है।
भारत ने अपने एआई मसौदे में अगले चरणों की घोषणा की, जिसमें शामिल बोलीदाताओं (जियो प्लेटफॉर्म्स, सीएमएस कंप्यूटर, टाटा कम्युनिकेशंस, ई2ई नेटवर्क, योटा डेटा सर्विसेज और अन्य शामिल हैं) ने 18,693 जीपीयू की पेशकश की।
भारतीय सर्वर करेगा होस्ट
डीपसीक को लेकर गोपनीयता संबंधी चिंताओं के बारे में पूछने पर उन्होंने कहा कि भारत गोपनीयता संबंधी चिंताओं को दूर करने के लिए इसे भारतीय सर्वर पर ‘होस्ट’ करेगा। उन्होंने कहा कि सरकार भारत का आधारभूत मॉडल विकसित करने के लिए प्रस्ताव भी मांग रही है जो भारतीय संदर्भ, भारतीय भाषाओं, संस्कृति से जुड़ा होगा, और जहां आंकड़े हमारे देश के लिए, हमारे नागरिकों के लिए होंगे।