भाजपा राज में वेंटिलेटर पर पहुंची स्वास्थ्य सेवाएं : हुड्डा
चंडीगढ़, 4 जनवरी (ट्रिन्यू)
भाजपा राज में प्रदेश की स्वास्थ्य सेवाएं खुद वेंटिलेटर पर पहुंच गई हैं। क्योंकि आज अस्पतालों में ना तो दवा है और ना डॉक्टर। ये कहना है पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा का| भिवानी में डॉक्टरों के अभाव की खबर पर प्रतिक्रिया देते हुए हुड्डा ने कहा कि जिले में डॉक्टर के 207 स्वीकृत पद हैं, लेकिन आधे खाली पड़े हुए हैं| भिवानी समेत पूरे हरियाणा में यही स्थिति है|
भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने कहा कि स्वास्थ्य सेवाओं में करीब 20 हजार पद खाली पड़े हैं। प्रदेश के अस्पतालों में 14000 डॉक्टरों की कमी है। गांवों में विशेषज्ञ डॉक्टरों के करीब 94 प्रतिशत पद खाली पड़े हुए हैं। स्टाफ और सुविधाओं के अभाव में रोज हजारों मरीजों की जान के साथ खिलवाड़ हो रहा है।
हुड्डा ने कहा कि अस्पतालों में मरीजों को लैब टेस्ट के लिए भी कई-कई दिन चक्कर काटने पड़ते हैं या मजबूरी में प्राइवेट लैब में जाना पड़ता है। डब्ल्यूएचओ की गाइडलाइन के मुताबिक प्रति 1000 लोगों पर एक डॉक्टर होना चाहिए, लेकिन हरियाणा में 2035 लोगों पर एक डॉक्टर है। 200 लोगों पर एक बेड की व्यवस्था होनी चाहिए, लेकिन प्रदेश में 2086 लोगों पर एक बेड उपलब्ध है। इस वजह से काफी जगह देखने में आता है कि एक-एक बेड पर दो-दो, तीन-तीन मरीज लेटे हैं और फर्श पर डिलीवरी हो रही है। प्रदेश में सीनियर मेडिकल ऑफिसर, मेडिकल ऑफिसर, डेंटल सर्जन के 5253 में से 1100 से ज्यादा पद खाली पड़े हैं।