ब्लॉगर ज्योति पर जासूसी के आरोप : सैन्य या आतंकी संपर्क का कोई प्रमाण नहीं : एसपी
कुमार मुकेश/हप्र
हिसार, 21 मई
पाकिस्तान के लिए जासूसी के आरोप में गिरफ्तार ट्रैवल ब्लॉगर ज्योति मल्होत्रा से पूछताछ के दौरान अब तक ऐसा कोई तथ्य सामने नहीं आया है जिससे यह सिद्ध हो कि उसके पास सैन्य, रक्षा या रणनीतिक जानकारी थी या उसका किसी आतंकी संगठन से कोई संपर्क रहा है। यह जानकारी बुधवार को हिसार के पुलिस अधीक्षक (एसपी) शशांक कुमार सावन ने पत्रकारों को दी। एसपी ने बताया कि शुरुआती जांच में यह सामने आया है कि आरोपी को यह ज्ञात था कि कुछ लोग पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी से जुड़े हैं, इसके बावजूद वह उनके संपर्क में रही। हालांकि अब तक ऐसा कोई ठोस प्रमाण नहीं मिला है जिससे यह कहा जा सके कि उसका किसी आतंकी संगठन से सीधा संपर्क था या किसी आतंकी गतिविधि में उसकी संलिप्तता रही हो। उन्होंने बताया कि ज्योति पुलिस हिरासत में है और केंद्रीय जांच एजेंसियों ने भी उससे पूछताछ की है। उसके चार बैंक खातों की जांच की जा रही है, जिनमें हुए लेनदेन का विश्लेषण अभी जारी है। इसलिए पैसों के लेनदेन को लेकर फिलहाल कोई टिप्पणी करना जल्दबाज़ी होगी। एसपी सावन ने यह भी स्पष्ट किया कि आरोपी के धर्म परिवर्तन या किसी पाकिस्तानी नागरिक से विवाह संबंधी कोई जानकारी जांच में सामने नहीं आई है। साथ ही सोशल मीडिया पर वायरल उस डायरी के पन्नों को लेकर भी उन्होंने कहा कि वे पुलिस के कब्जे में नहीं हैं और उनकी प्रामाणिकता की पुष्टि फिलहाल नहीं की जा सकी है।
डायरी में लिखा– ‘दिलों से मिटें शिकवे’
सोशल मीडिया पर वायरल डायरी के एक पन्ने में ज्योति ने अपनी पाकिस्तान यात्रा का जिक्र किया है। उसमें उसने लिखा है, ‘पाकिस्तान से 10 दिन का सफर तय करके आज वापस अपने वतन भारत लौट आई हूं। वहां की आवाम से काफी मोहब्बत मिली। सरहदों की दूरियां पता नहीं कब तक रहेंगी, पर दिलों के शिकवे मिट जाएं। हम सब एक ही धरती और मिट्टी के हैं। पाकिस्तान सरकार से अनुरोध है कि वह भारतीयों के लिए मंदिरों और गुरुद्वारों तक पहुंच को आसान बनाए, ताकि 1947 में बिछड़े परिवारों को मिलने का मौका मिल सके। हालांकि पुलिस ने साफ किया है कि यह डायरी पुलिस के पास नहीं है और इसकी सत्यता की जांच अभी बाकी है।