ब्रह्मसरोवर के पावन तट को नमन कर शिल्पकारों ने ली पर्यटकों से रुखसत
कुरुक्षेत्र, 15 दिसम्बर (हप्र)
अंतर्राष्ट्रीय गीता महोत्सव ने राष्ट्र ही नहीं अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर अपनी एक पहचान बना ली है। इस महोत्सव के शिल्प और सरस मेले के अंतिम दिन शिल्पकार और कलाकार रुखसत होने से पहले अपने स्टॉलों और घाटों पर पर्यटकों गर्मजोशी के साथ स्वागत करते नजर आए और जाते-जाते ब्रह्मसरोवर के पावन तटों को नमन करके रुखसत ली। वे पर्यटकों से वादा करके गए कि अंतरराष्ट्रीय गीता महोत्सव में अगले वर्ष फिर मिलेंगे। यह महोत्सव पूर्ण सुरक्षा और व्यवस्था के बीच सफल आयोजन के साथ सम्पन्न हुआ।
कुरुक्षेत्र की उपायुक्त नेहा सिंह ने कहा कि अंतर्राष्ट्रीय गीता महोत्सव को यादगार और सफल बनाने के लिए अधिकारियों, कर्मचारियों, मीडिया कर्मियों और शहर का आम नागरिकों का भरपूर सहयोग मिला। उन्होंने कहा कि महोत्सव में आए शिल्पकार अगले साल फिर से आने का वादा कर रुखसत हुए। ठंड का मौसम होने के बावजूद रोजाना पर्यटकों व श्रद्धालुओं ने इस महोत्सव में आकर जमकर खरीददारी की।
सांस्कृतिक कलाकारों के अलावा नगाड़ा पार्टी, राजस्थान की कच्ची घोड़ी के साथ-साथ पंजाब से आए बाजीगर ग्रुप भी महोत्सव में आकर्षण का केंद्र रहे। इन कलाकारों ने जहां बच्चों का खूब मनोरंजन किया, वहीं विभिन्न स्थानों पर बनाए गए सेल्फी प्वाइंट पर सेल्फी खींचने का पर्यटकों में खूब क्रेज रहा।