ब्रह्मसरोवर की तर्ज पर अब सरस्वती तीर्थ पर बनेगा भव्य आरती स्थल : धुम्मन सिंह
कुरुक्षेत्र, 28 दिसंबर (हप्र)
हरियाणा सरस्वती धरोहर विकास बोर्ड के उपाध्यक्ष धुम्मन सिंह किरमच ने कहा कि पिहोवा स्थित सरस्वती तीर्थ पर अब ब्रह्मसरोवर की तर्ज पर भव्य और सुंदर आरती स्थल का निर्माण किया जाएगा। इस आरती स्थल की परियोजना को अमलीजामा पहनाने के लिए अधिकारियों को आदेश दिए गए हैं और इस आरती स्थल का नक्शा भी तैयार कर लिया गया है।
किरमच टीम के सदस्यों के साथ पिहोवा सरस्वती तीर्थ का निरीक्षण करने के उपरांत बातचीत कर रहे थे। इससे पहले मुख्यमंत्री के ओएसडी भारत भूषण भारती, बोर्ड के उपाध्यक्ष धुम्मन सिंह किरमच, नपा चेयरमैन आशीष चक्रपाणि, अंतर्राष्ट्रीय गीता महोत्सव मेला प्राधिकरण के सदस्य डा. अवनीत सिंह, युद्धिष्ठर बहल, रामधारी शर्मा ने सरस्वती तीर्थ के तट पर भव्य आरती स्थल बनाने के लिए निरीक्षण किया और जगह को चिन्हित किया। किरमच ने कहा कि मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी के आदेशानुसार और ओएसडी भारत भूषण भारती की देखरेख में सरस्वती तीर्थ पर भव्य आरती स्थल की परियोजना को पूरा किया जाएगा।
इस परियोजना की फाउंडेशन तैयार करने के आदेश संबंधित अधिकारी को दिए गए हैं। इस परियोजना को लेकर नक्शा तैयार कर लिया गया है। उन्होंने कहा कि अंतर्राष्ट्रीय सरस्वती महोत्सव से पहले इस योजना को पूरा करने का प्रयास किया जाएगा, लेकिन यह तय है कि ब्रह्मसरोवर की तर्ज पर आरती करने का कार्य जरूर शुरू कर दिया जाएगा। इसके लिए उन्होंने पुजारियों को अपनी तरफ से आवश्यक सामान और सामग्री उपलब्ध करवा दी गई है। इस सरस्वती तीर्थ को भव्य और सुंदर बनाने की पहल करते हुए आरती स्थल का निर्माण करने के लिए सर्वे का कार्य पूरा कर लिया गया है। यह आरती स्थल तीर्थ के पूर्वी व उत्तर भाग में बनाया जाएगा ताकि संपूर्ण घाट का सुंदर दृश्य व श्रद्धालुओं के लिये बैठने की जगह भी बनाई जाएगी।
पृथूदक तीर्थ पिहोवा की खासियत ये है कि इस तीर्थ पर 6 प्रदेशों के लोग अपने पूर्वजों के पिंडदान हेतु आते हैं। यह तीर्थ महाभारतकाल से भी प्राचीन माना जाता है।
इस तीर्थ पर हरियाणा, पंजाब, हिमाचल प्रदेश, जम्मू कश्मीर, उत्तर प्रदेश व दिल्ली तक के श्रद्धालु यहां पर आकर अपने पूर्वजों का पिंडदान करवाते हैं। उन्होंने कहा कि अंतर्राष्ट्रीय सरस्वती महोत्सव 29 जनवरी से लेकर 4 फरवरी, 2025 तक चलेगा। इसमें सरस मेला व सांस्कृतिक कार्यक्रम, 31 हवन कुंड, सरस्वती प्रदर्शनी का भी महोत्सव में आयोजन किया जाएगा।