बारिश से गेहूं खराब होने को लेकर किसानों और आढ़तियों में रोष : राजीव आर्य
कैथल, 4 मई (हप्र)
युवा भाकियू प्रदेशाध्यक्ष हरियाणा राजीव आर्य ढांड ने आरोप लगाया कि बेमौसमी बरसात से एक बार फिर किसानों की गेहूं पानी की भेंट चढ़ गई। बारिश ने सरकार व प्रशासन के मंडियों को लेकर किए गए तमाम दावों की पोल खोलकर रख दी है। समय पर उठान न होने के कारण मंडी में गेहूं बारिश में भीगकर खराब हो रहा है। आखिर इसके लिए जिम्मेदार कौन होगा।
उन्होंने कहा कि बारिश से गेहूं खराब होने को लेकर किसानों और आढ़तियों में भारी रोष है, भीगने से गेहूं की गुणवत्ता घटेगी, तो उसका नुकसान या तो किसानों को झेलना पड़ेगा या फिर व्यापारियों को जबकि तुलाई के बाद किसान की जिम्मेदारी खत्म हो जाती है।
ढांड में बातचीत करते हुए किसान नेता राजीव आर्य ने कहा कि अनाज मंडियों में व्यापक प्रबंध को लेकर भाकियू कई बार मांग उठा चुकी है कि मंडियों में व्यापक प्रबंध नहीं है और ना ही सही ढंग से उठान हो रहा है। अब जब किसानों की मेहनत बर्बाद हो रही है, क्या किसी की कोई जवाबदेही तय होगी? भाजपा सरकार बिना देरी के इस व्यवस्था को सुधारे ताकि मंडियों में पड़ा अनाज यूं ही खराब न हो। समय पर उठान न होने के कारण अनाज मंडियों में गेहूं बारिश में भीगकर खराब हो रहा है।
युवा भाकियू प्रदेशाध्यक्ष राजीव आर्य ने कहा कि मंडियों में लाखों बोरियों में गेहूं की तुलाई हो चुकी थी और खुले में ढेर भी बनाए गए थे। बारिश और जलभराव की वजह से अब इन बोरियों में भरा गेहूं भी नमी खा गया है, जिससे उसकी गुणवत्ता पर असर पड़ सकता है। इस मौके पर उनके साथ जिला उपाध्यक्ष कर्ण सिंह जाजनपुर, मंडल अध्यक्ष रामपाल जडौला आदि मौजूद थे।