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बाबा मस्तनाथ विश्वविद्यालय में नये सत्र की तैयारियों को लेकर बैठक आयोजित

02:38 AM Jul 15, 2025 IST
बाबा मस्तनाथ विश्वविद्यालय में नये सत्र की तैयारियों को लेकर बैठक आयोजित
रोहतक के बाबा मस्तनाथ विश्वविद्यालय में विभागाध्यक्षों और शिक्षकों को संबोधित करते हुए विश्वविद्यालय कुलाधिपति महंत बालक नाथ योगी। -हप्र
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रोहतक, 14 जुलाई (हप्र) : बाबा मस्तनाथ विश्वविद्यालय रोहतक में शिक्षण सत्र 2025-26 के सुचारु संचालन और विद्यार्थियों को उत्तम शैक्षणिक सुविधाएँ उपलब्ध कराने को लेकर आज विश्वविद्यालय के मिनी ऑडिटोरियम में एक महत्वपूर्ण बैठक आयोजित की गई। बैठक की अध्यक्षता विश्वविद्यालय के कुलाधिपति महंत बालक नाथ योगी ने की, जिसमें विश्वविद्यालय के कुलपति डॉ. एच.एल. वर्मा, रजिस्ट्रार डॉ. विनोद कुमार, एकेडमिक डीन डॉक्टर नवीन कुमार सहित सभी फैकल्टी डीन, विभागाध्यक्ष एवं शिक्षक उपस्थित थे।

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बाबा मस्तनाथ विश्वविद्यालय के कुलपति ने दिया शिक्षा की गुणवत्ता पर जोर

इस अवसर पर कुलाधिपति महंत बालक नाथ योगी ने संबोधित करते हुए कहा कि शिक्षा की गुणवत्ता और अनुशासन से विश्वविद्यालय कभी कोई समझौता नहीं करेगा। हमारी प्राथमिकता है कि हर विद्यार्थी को बेहतर शिक्षा, श्रेष्ठ वातावरण और समग्र विकास की दिशा में समुचित मार्गदर्शन प्राप्त हो। उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि वर्तमान में विश्वविद्यालय की दाखिला प्रक्रिया अंतिम चरण में है, और इसे पारदर्शिता व कुशलता से पूर्ण किया जा रहा है।

महंत योगी ने सभी विभागाध्यक्षों और शिक्षकों को निर्देश दिए कि वे अपने-अपने विभागों में शिक्षण की गुणवत्ता बनाए रखें, समयबद्ध कक्षाएँ संचालित करें और विद्यार्थियों के साथ संवाद बनाकर उनकी समस्याओं का समाधान करें।आज 52 कोर्स, 9 फैकल्टी और 14 विभागों वाला यह विश्वविद्यालय लगातार उन्नयन की दिशा में अग्रसर है। बैठक के दौरान महंत योगी ने सभी फैकल्टी सदस्यों से सुझाव भी आमंत्रित किए और कहा कि केवल शिक्षकों और प्रशासनिक अधिकारियों से ही नहीं, विद्यार्थियों से भी निरंतर फीडबैक लेते रहते हैं।

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कुलपति डॉ. एच.एल. वर्मा ने कहा कि विश्वविद्यालय का प्रयास है कि आने वाले सत्र में अकादमिक गतिविधियों को और अधिक गतिशील बनाया जाए। रजिस्ट्रार डॉ. विनोद कुमार ने बैठक में तकनीकी और प्रशासनिक दृष्टिकोण से विश्वविद्यालय की तैयारियों की रूपरेखा प्रस्तुत करते हुए बताया कि विश्वविद्यालय ने नई तकनीकी सुविधाएँ, ई-लर्निंग संसाधन और कक्षा-कक्षों के उन्नयन पर विशेष ध्यान केंद्रित किया है।

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