बांग्लादेश हिंदू नेता के दो साथी गिरफ्तार
ढाका/नयी दिल्ली, 30 नवंबर (एजेंसी)
बांग्लादेश में इस्कॉन के पूर्व सदस्य चिन्मय कृष्ण दास के बाद उनके दो सहयोगियों को भी गिरफ्तार कर लिया गया है। उनके कुंडलिधाम मठ के प्रवक्ता ने शनिवार को यह जानकारी दी। हालांकि, पुलिस ने गिरफ्तारी की पुष्टि नहीं की है।
कुंडलिधाम मठ के प्रवक्ता प्रोफेसर कुशल बरुण चक्रवर्ती ने कहा, ‘दास के सहयोगी आदिनाथ प्रभु और रंगनाथ दास को गिरफ्तार कर लिया गया। वे चटगांव जेल में बंद चिन्मय दास के लिए भोजन ले जा रहे थे।’
बांग्लादेश सम्मिलित सनातनी जागरण जोत के प्रवक्ता चिन्मय दास को राजद्रोह के मामले में गत सोमवार को ढाका के हवाई अड्डे से गिरफ्तार किया गया था। इसके अगले दिन अदालत ने उन्हें जमानत देने से इनकार करते हुए जेल भेज दिया था। इस दौरान अदालत परिसर समेत देश में कई जगह प्रदर्शन हुए थे। हिंसा में एक वकील की मौत हो गयी थी। बांग्लादेश पुलिस ने शनिवार को बताया कि वकील की हत्या के मामले में नौ लोगों को गिरफ्तार किया गया है, जिनमें से अधिकतर हिंदू समुदाय के सफाई कर्मचारी हैं। मामले में 46 लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किया गया था।
उधर, राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) ने बांग्लादेश की अंतरिम सरकार से यह सुनिश्चित करने की शनिवार को अपील की कि हिंदुओं पर अत्याचार बंद हो और हिंदू आध्यात्मिक नेता चिन्मय कृष्ण दास को जेल से तत्काल रिहा किया जाए। आरएसएस महासचिव दत्तात्रेय होसबाले ने एक बयान में कहा, ‘बांग्लादेश में हिंदुओं, महिलाओं और अन्य अल्पसंख्यकों पर इस्लामी कट्टरपंथियों के हमले और अमानवीय अत्याचार की घटनाएं अत्यंत चिंताजनक हैं। मौजूदा बांग्लादेश सरकार और अन्य एजेंसियां इन्हें रोकने के बजाय केवल मूकदर्शक बनी हुई हैं। शांतिपूर्ण प्रदर्शनों में हिंदुओं का नेतृत्व कर रहे इस्कॉन से जुड़े संत चिन्मय कृष्ण दास को जेल भेजना बांग्लादेश सरकार का अन्याय है।’
नरसंहार रोकने के लिए कदम उठाएं : कर्ण सिंह
कांग्रेस के वरिष्ठ नेता कर्ण सिंह ने मोहम्मद यूनुस के नेतृत्व वाली बांग्लादेश की अंतरिम सरकार से ‘नरसंहार’ रोकने के लिए तत्काल कदम उठाने और हिंदू समुदाय को सुरक्षा का भरोसा दिलाने का आग्रह किया है। सिंह ने एक बयान में कहा कि हाल की घटनाओं ने दुनिया भर में हिंदू समुदाय में व्यापक चिंता पैदा कर दी है और यह बांग्लादेश की छवि पर गंभीर प्रभाव डाल रही है। जम्मू-कश्मीर के पूर्व राज्यपाल सिंह ने कहा, ‘मुझे विश्वास है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और विदेश मंत्री डॉ. एस जयशंकर ने भारत की ओर से बांग्लादेश को उचित संदेश दिया है।’