बांग्लादेश में हिंदुओं पर अत्याचार के विरोध में सड़क पर उतरे साधु-संत व भाजपा नेता
बांग्लादेश में हिंदुओं पर अत्याचार, हमले व मंदिरों में तोड़फोड़ के विरोध में भाजपा पदाधिकारियों व कार्यकर्ताओं ने सामाजिक संगठनों के साथ मिलकर रोष मार्च निकाला। संतों के नेतृत्व में रोष मार्च कोर्ट रोड स्थित पंचायत भवन से शुरू किया गया, जो विभिन्न मार्गों से होते हुए गोहाना रोड स्थित लघु सचिवालय पहुंचा। यहां सभी ने मिलकर राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू व प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नाम एसडीएम अमित कुमार को ज्ञापन दिया। इससे पहले शहर में एक ही नारा, एक ही नाम, जय श्रीराम व भारत माता की जय के जयकारे गूंजे।
एसडीएम को सौंपे ज्ञापन में केंद्रीय सरकार से मांग की गई कि बांग्लादेश में हिंदू व अल्पसंख्यक समुदाय पर हो रहे अत्याचार पर रोक लगाई जाए, ताकि हिंदू समुदाय आम आदमी की तरह जीवन यापन कर सकें। हिंदुओं की सुरक्षा के लिए बांग्लादेश सरकार कोई कार्रवाई नहीं कर रही है।
मुरथल स्थित श्रीराम कृष्ण साधना केंद्र के पीठाधीश्वर स्वामी दयानंद सरस्वती महाराज ने कहा कि भारत सरकार इस मामले को प्राथमिकता से उठाए। मामले में सख्त निर्णय लिया जाए, हिंदुओं की सुरक्षा का मानदंड तैयार किया जाए। बांग्लादेश में धार्मिक स्वतंत्रता की रक्षा के लिए अंतर्राष्ट्रीय मानवाधिकार कानूनों का सख्ती से पालन करवाया जाए। इस्कॉन मंदिर के संत चिन्मय कृष्ण दास को शीघ्र रिहा किया जाए।
स्वामी दयानंद सरस्वती महाराज ने कहा कि हिंदू समाज सोया हुआ नहीं है, अब जाग चुका है। राष्ट्र की सुरक्षा, हिंदुत्व रक्षा के लिए हर कार्य किया जाएगा। साधु समाज इसके लिए आगे रहेगा, आप सब उसका सहयोग करेंगे। इस मामले को सोनीपत ही नहीं, देशभर में उठाया गया है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी स्वयं इस प्रयास में लगे हैं। हिंदू समाज के खिलाफ नीतियों को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। रोष मार्च में विधायक निखिल मदान, भाजपा जिला अध्यक्ष जसबीर दोदवा, भाजपा नेता राजीव जैन, ललित बत्रा, तरुण देवीदास, जिला महामंत्री निशान छौक्कर, नवीन मंगला, रविंद्र मलिक, नारायण गिरी महाराज, राजेश शर्मा, शेर सिंह, नरेश वर्मा, समुंद्र सिंह व बंसीलाल सहित अनेक कार्यकर्ता मौजूद रहे।