मुख्य समाचारदेशविदेशखेलपेरिस ओलंपिकबिज़नेसचंडीगढ़हिमाचलपंजाबहरियाणाआस्थासाहित्यलाइफस्टाइलसंपादकीयविडियोगैलरीटिप्पणीआपकी रायफीचर
Advertisement

बठिंडा में डीसी दफ्तर के बाहर किसानों का अनिश्चितकालीन धरना शुरू

05:02 AM Jan 07, 2025 IST
बठिंडा में सोमवार को डिप्टी कमिश्नर दफ्तर के बाहर धरना देती किसान महिलाएं।- पवन शर्मा

बठिंडा, 6 जनवरी (निस) : संयुक्त किसान मोर्चा के आह्वान पर टोहाना किसान महापंचायत में जा रही बस के दुर्घटनाग्रस्त हो जाने से जान गंवाने वाली तीन महिला किसानों को श्रद्धांजलि देने के बाद उनके परिजनों को मुआवजे की मांग को लेकर भाकियू एकता उगराहां के बैनर तले‌ किसानों ने बठिंडा डिप्टी कमिश्नर के दफ्तर के बाहर आज अनिश्चितकालीन धरना शुरू कर दिया। आज के धरने को संबोधित करते हुए भारतीय किसान यूनियन एकता उगराहां के जिला अध्यक्ष सिंगारा सिंह मान ने कहा कि घायलों और मृतकों के परिजनों को मुआवजा मिलने तक धरना जारी रहेगा।

Advertisement

उन्होंने आरोप लगाया कि पंजाब सरकार हादसे में मरने वाली तीन महिला किसानों के परिजनों और गंभीर घायलों को कोई मुआवजा देने के लिए तैयार नहीं है। उन्होंने आरोप लगाया कि एम्स बठिंडा में उपचाराधीन घायलों को मामूली चोट बताकर जबरन छुट्टी देने के प्रयास किए जा रहे हैं।‌

महिला संगठन की जिला अध्यक्ष हरिंदर कौर बिंदू ने सरकार की चुप्पी की कड़ी निंदा की। उन्होंने कहा कि अस्पतालों में सरकार द्वारा तत्काल मुफ्त स्वास्थ्य सुविधाएं उपलब्ध कराने के बजाय फरिश्ता योजना के तहत इलाज में तकनीकी दिक्कतों के कारण उन्हें परेशान किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि जब तक तीनों शहीद महिलाओं के परिजनों को 10-10 लाख रुपये मुआवजा और घर के एक सदस्य को सरकारी नौकरी नहीं दी जाती, तब तक धरना जारी रहेगा। उन्होंने कहा कि इसके अलावा घायलों का इलाज सरकारी खर्च पर विशेषज्ञ डॉक्टरों से करवाया जाए।

Advertisement

वक्ताओं ने कहा कि एक तरफ पंजाब सरकार किसानों की हितैषी होने के बड़े-बड़े दावे करती है, लेकिन हादसे के दो दिन बीत जाने के बाद भी पंजाब सरकार पीड़ितों की अनदेखी कर रही है। पीड़ित परिवार और अन्य किसान अपनी मांगों को लेकर कड़ाके की ठंड में अस्पतालों और सड़कों पर घूम रहे हैं।

आज के धरने को बलजीत सिंह पोहला, सुखजीत सिंह कोठागुरु, लछमन सिंह सेवेवाला, पंजाब खेत मजदूर यूनियन के राज्य महासचिव और जिला नेता तीर्थ सिंह कोठागुरु, अमरजीत सिंह कोठागुरु, भारतीय किसान यूनियन क्रांतिकारी के नेता, भारतीय किसान यूनियन एकता डकौंदा (धनेर) नेता कुलवंत सिंह, क्रांतिकारी सैनिक यूनियन के नेता जगतार सिंह ने भी संबोधित किया।

Advertisement