मनीमाजरा (चंडीगढ़), 16 मई (हप्र) स्कूलों में 10वीं और 12वीं के बच्चों के परीक्षा में फेल होने या कंपार्टमेंट आने पर प्रिंसिपल और शिक्षक की जवाबादेही तय की जायेगी। शुक्रवार को शिक्षा विभाग की बैठक के बाद शिक्षा सचिव प्रेरणा पुरी ने सरकारी स्कूलों में उपलब्ध बुनियादी ढांचे और योग्य शिक्षक समुदाय के बारे में जानकारी देते हुए कहा कि इस बात पर कोई सवाल ही नहीं उठता कि सरकारी स्कूलों के छात्र क्यों फेल होते हैं या उनके रिजल्ट में कंपार्टमेंट क्यों आता है। उन्होंने कहा कि प्रत्येक प्रिंसिपल और शिक्षक को किसी भी चूक के लिए जवाबदेह बनाया जाएगा, जिसके कारण छात्र फेल होते हैं या परीक्षा में कंपार्टमेंट आता है। जिन शिक्षकों और प्रिंसिपलों के छात्र उच्च उपलब्धि प्राप्त करते हैं, उन्हें उचित श्रेय दिया जाएगा। उन्होंने बताया कि बोर्ड कक्षा 10वीं और 12वीं के परिणामों की समीक्षा के लिए सभी प्रिंसिपलों के साथ एक विस्तृत बैठक जल्द ही आयोजित की जाएगी। जिन शिक्षकों के अधिकतम छात्र कंपार्टमेंट-फेल हैं, वे अपनी स्थिति स्पष्ट करने के लिए उपस्थित रहेंगे। शिक्षकों की एसीआर को अपडेट किया जाएगा, ताकि शिक्षक समुदाय को उनके छात्रों के प्रदर्शन के लिए जवाबदेह बनाया जा सके।बोर्ड परीक्षा में कंपार्टमेंट वाले छात्रों के अभिभावकों के लिए शीघ्र ही बैठक आयोजित की जाएगी। संबंधित विषयों के शिक्षक अभिभावकों के साथ चर्चा करने और आगे की योजना बनाने के लिए बैठक में बैठेंगे। कक्षा 10 और 12 के बोर्ड परिणामों का विस्तृत विश्लेषण तैयार किया जायेगा। जिसमें स्कूल के स्तर पर या शिक्षकों के स्तर पर किसी भी तरह की कमी का विश्लेषण करने के लिए स्कूल के अनुसार क्षेत्रवार और विषयवार पास कम्पार्टमेंट और फेल छात्रों का विवरण होगा।