For the best experience, open
https://m.dainiktribuneonline.com
on your mobile browser.
Advertisement

फर्जी कॉल सेंटर का भंडाफोड़ 4 गिरफ्तार, 13 मोबाइल मिले

04:02 AM Jun 19, 2025 IST
फर्जी कॉल सेंटर का भंडाफोड़ 4 गिरफ्तार  13 मोबाइल मिले
Advertisement

गुरुग्राम, 18 जून (हप्र)
एयरपोर्ट पर नौकरी लगाने का झांसा देकर ठगी करने वाले फर्जी कॉल सेंटर का पुलिस ने भंडाफोड़ किया। पुलिस ने मौके पर कॉल सेंटर संचालक व तीन युवतियों सहित 4 आरोपियों को काबू किया है। उनके कब्जे से 13 मोबाइल भी बरामद किये हैं। आरोपी राजू को अदालत ने दो दिन के रिमांड पर भेजा है।  पुलिस प्रवक्ता संदीप कुमार ने बुधवार को बताया कि 31 मार्च को एक महिला ने साइबर क्राइम अपराध पूर्व गुरुग्राम में एक शिकायत दी थी। जिसमें कहा था कि उसे फोन कॉल के माध्यम एयरपोर्ट पर जॉब लगाने का झांसा देकर, फर्जी ज्वाइनिंग लेटर देकर धोखाधड़ी व ठगी कर ली गई। इस शिकायत पर साइबर थाना पुलिस ने केस दर्ज करके मामले की जांच शुरू की गई। थाना प्रबंधक निरीक्षक अमित ने मंगलवार को एक व्यक्ति समेत व तीन युवतियों को लाल कुआं बदरपुर दिल्ली से काबू किया। आरोपी व्यक्ति फर्जी कॉल सेंटर संचालक है व युवतियां वहां पर काम करती हैं। आरोपियों की पहचान राजू निवासी गांव तिलका गढ़ी जिला मथुरा (उतर-प्रदेश) व सायमा बानो निवासी जामिया नगर, सरिता बिहार (दिल्ली), निहारिका उर्फ नीरज निवासी जैतपुर बदरपुर (दिल्ली) व करिश्मा निवासी हौजखास (नई-दिल्ली) के रुप में हुई। पुलिस जांच और आरोपियों से पूछताछ में खुलासा हुआ है कि आरोपी राजू पहले दवाई बेचने का काम करता था। एयरपोर्ट पर जॉब दिलाने के साइबर फ्रॉड करने में वह शामिल था। जिसके चलते वर्ष-2023 में पुलिस द्वारा उसको गिरफ्तार किया गया था। जेल से बाहर आने के बाद वह बेरोजगार हो गया। उसने फिर से एयरपोर्ट पर जॉब दिलाने के बहाने साइबर फ्रॉड का काम शुरू करने के लिए एक कॉल सेंटर चालू कर दिया। उसने तीनों युवतियों को कॉल सेंटर पर काम करने के लिए सेलरी व कमीशन पर रखा। आरोपी राजू ने युवतियों को कॉल करने के लिए एक-एक कीपैड फोन व व्हाट्स ऐप मैसेज करने के लिए एक-एक स्मार्टफोन दे रखा था। वह एक महीने बाद उन फोन व सिम कार्ड को तोड़ देता था और नए सिम कार्ड व फोन दे देता था। आरोपी युवतियां राजू द्वारा दिए गए फोन नम्बर पर फोन करके एयरपोर्ट पर जॉब दिलाने के लिए कॉल करती। जब भी कोई व्यक्ति इसके जाल में फंस जाता तो ये उसे विश्वास में लेने के लिए फर्जी ज्वाइनिंग लेटर भेजती। बदले में उनसे फीस के नाम पर 750 रुपए लेतीं। धीरे-धीरे विभिन्न प्रकार की फॉर्मेलिटीज के नाम पर रुपए ट्रांसफर करवा लेती।

Advertisement

Advertisement
Advertisement