फर्जी आईपीएस ऑफिसर गिरफ्तार, दिल्ली का डीसीपी बता मांगी पायलट
फरीदाबाद, 20 मार्च (हप्र)
फरीदाबाद पुलिस ने फर्जी आईपीएस अधिकारी को गिरफ्तार किया है। आरोपी ने खुद को दक्षिणी दिल्ली का डीसीपी सुरेंद्र चौधरी बताकर पुलिस को गुमराह किया और पायलट की मांग की। पुलिस जांच में पता चला कि आरोपी नोएडा की एक प्राइवेट कंपनी में सीनियर मैनेजर के पद पर कार्यरत है।
बताया जा रहा है कि आरोपी ने पुलिस पर रौब झाड़ने की कोशिश की और जब पहचान पत्र दिखाने को कहा गया तो वह घबरा गया। शक होने पर पुलिस ने कड़ाई से पूछताछ की, जिसके बाद उसकी सच्चाई सामने आई। मामले में एक महिला से छेड़छाड़ का भी एंगल सामने आया है।
पल्ला थाना के प्रभारी रणवीर सिंह ने बताया कि फर्जी आईपीएस की पहचान गौरव शर्मा निवासी महरौली दिल्ली के रूप में हुई। बुधवार रात करीब 9.30 बजे फरीदाबाद सेंट्रल डीसीपी उषा को गौरव ने कॉल किया। उसने कहा कि वह साउथ दिल्ली से आईपीएस डीसीपी सुरेंद्र चौधरी बात कर रहा हूं। उसे किसी काम से फरीदाबाद आना है तो उसके लिए कालिंदी कुंज से पायलट गाड़ी लगवाई जाए। इसके बाद डीसीपी सेंट्रल ने थाना पल्ला में फोन किया और कहा कि कोई आईपीएस कालिंदी कुंज के पास आने वाले हैं, वहां से उन्हें रिसीव कर लेना।
थाना प्रभारी ने बताया कि डीसीपी के निर्देश पर वे कालिंदी कुंज पहुंचे। वहां नीले रंग का कोट-पैंट पहने गौरव मिला, जो प्राइवेट कैब से आया था। वह खुद को साउथ दिल्ली का डीसीपी सुरेंद्र चौधरी बताकर उनकी गाड़ी में बैठ गया। कुछ दूर जाने पर उसे पूछा कि कहां जाना है। आप अपनी डेस्टिनेशन बताइए, वहीं छोड़ देंगे। इस पर गौरव ने कहा कि उसे वापस कालिंदी कुंज छोड़ दो, उसे कहीं नहीं जाना। तब उस पर शक हो गया।
थान प्रभारी ने बताया कि इसके बाद उन्होंने जैतपुर थाने में फोन कर डीसीपी साउथ का नंबर मांग कर कॉल किया। जैतपुर थाना प्रभारी ने जानकारी दी कि साउथ डीसीपी सुरेंद्र चौधरी की रिटायरमेंट काफी समय पहले हो चुकी थी। इसके बाद गौरव को थाने ले जाकर पूछताछ की गई तो उसने सारी बात बता दी। गौरव ने कहा कि वह झूठ बोल रहा था।
थाना प्रभारी रणवीर सिंह ने बताया कि गौरव शर्मा पर पहले से ही फरीदाबाद सेंट्रल थाने में एक महिला से छेड़छाड़ और मानसिक उत्पीडऩ का मामला दर्ज है। आरोपी ने पहले थाने में आकर लिखित माफीनामा दिया था, लेकिन महिला के दोबारा शिकायत देने के बाद पुलिस ने उसे फिर से बुलाया था। उस वक्त भी आईपीएस बनकर सेंट्रल थाने की महिला सेल की कॉन्स्टेबल को धमकाया था।
गलती की मांगी माफी
थाना प्रभारी रणवीर सिंह ने बताया कि गौरव शर्मा नोएडा सेक्टर.62 के प्राइवेट कंपनी में बतौर सीनियर मैनेजर के पद कार्यरत है। वह करीब डेढ़ लाख रुपए की सैलरी लेता है। पकड़े जाने पर उसने कहा कि उससे गलती हो गई। गिड़गिड़ाने लगा कि उसे माफ कर दो, वह अपनी गलती स्वीकार करता है।
मामला दर्ज, पुलिस खंगाल रही कुण्डली
फिलहाल पुलिस ने आरोपी के खिलाफ फर्जी अधिकारी बनकर सरकारी काम में बाधा डालने, धमकी देने और महिला से दुर्व्यवहार करने की धाराओं में मामला दर्ज किया है। जांच जारी है। पुलिस ये भी पता लगाने की कोशिश कर रही है कि आरोपी ने इससे पहले कहीं और इसी तरह की हरकतें तो नहीं की।