फतेहाबादवासियों का रेल देखने का सपना फिर टूटा
मदन लाल गर्ग/हप्र
फतेहाबाद, 13 दिसंबर
लोकसभा में हलके की सांसद कुमारी सैलजा के सवाल पर यह कहते हुए फतेहाबादवासियों को मायूस कर दिया कि हिसार- अग्रोहा-फतेहाबाद-सिरसा लाइन के सर्वे में यात्रियों की कम संख्या होने की संभावना के कारण इस परियोजना पर कोई काम नहीं होगा। हालांकि फतेहाबाद व अग्रवाल समाज के लोग व उद्योगपति रेल मंत्रालय के सर्वे से इतर अलग दावे करते हैं। उनका कहना है कि यह सर्वे बिल्कुल गलत है कि इस रूट पर यात्री नहीं मिलेंगे।
अग्रवाल समाज के लोगों का कहना है कि हर साल अग्रोहा धाम के दर्शन करने अग्रवाल समाज के लाखों लोग अग्रोहा आते हैं, चाहे वे देश-विदेश कहीं भी रहते हों। अग्रवाल समाज के प्रत्येक व्यक्ति की यह इच्छा होती है कि वे जीवन में कम से कम एक बार तो अग्रोहा धाम जरूर जाएं।
मुंबई, कोलकाता, सिक्किम, गुवाहटी दूरदराज से आने वाले अग्रवाल हिसार तक तो रेलगाड़ी में आ जाते है, परंतु उससे आगे उसे बसे या निजी वाहनों का प्रयोग करना पड़ता है। इसके अलावा फतेहाबाद जिला मुख्यालय रेल कनेक्टिविटी से वंचित है। बीते 40 सालों से विभिन्न पार्टियों से लोकसभा चुनाव लड़ने वाले उम्मीदवार प्रत्येक चुनाव में फतेहाबाद में रेल लाने का सपना दिखाते आए हैं, लेकिन रेल का सपना फतेहाबादवासियों के लिए अभी सपना ही है।
हालांकि राजनीतिक घोषणाओं में फतेहाबाद में कई बार रेल की सीटी बज चुकी है। वर्ष 2000 में तत्कालीन प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी ने एमएम कालेज में एक जनसभा को संबोधित करते हुए फतेहाबाद को रेलवे लाइन से जोडऩे की घोषणा की। इसके बाद पूर्व रेलमंत्री लालू प्रसाद यादव ने अग्रोहा में एक कार्यक्रम में अग्रोहा को रेलवे लाइन से जोडऩे की घोषणा यह कहते हुए कि थी कि यह लालू की घोषणा नहीं नोटिफिकेशन है। हिसार से सिरसा वाया अग्रोहा फतेहाबाद रेल लाइन के सर्वे के लिए अनेकों बार लोकसभा में घोषणाएं हो चुकी हैं तथा अनेकों बार बजट भी रखा गया है। लेकिन आज तक उनकी घोषणा पूरी नहीं हुई है।