‘प्राकृतिक खेती से खुद एक ब्रांड भी बन सकते हैं किसान’
हरेन्द्र रापड़िया/हप्र
सोनीपत, 18 दिसंबर
कृषि उपनिदेशक डॉ. पवन शर्मा ने कहा कि प्राकृतिक खेती पद्धति को अपनाकर किसान खेती में अधिक मुनाफा कमा सकते हैं। इसमें कम लागत में अधिक उत्पादन हासिल करने के साथ किसान खुद एक ब्रांड भी बन सकते हैं। उन्होंने कहा कि रासायनिक खेती की अपेक्षा लोग प्राकृतिक तौर पर उत्पादित किए किए गए खाद्य उत्पादों को खरीदने में अधिक विश्वास रखते हैं।
डॉ. पवन शर्मा बुधवार को कृषि विभाग ने प्राकृतिक खेती परियोजना को बढ़ावा देने के उद्देश्य से गांव झिंझौली में सूर्या फाउंडेशन के सहयोग से आयोजित प्रशिक्षण शिविर में किसानों को संबोधित कर रहे थे। शिविर में करीब 100 किसानों को प्राकृतिक खेती के बारे में विस्तार से नवीनतम जानकारी दी गई। इसके अलावा उन्होंने किसानों को विभाग से जुड़ी विभिन्न योजनाओं की जानकारी भी दी। विशेषज्ञ निशांत अग्रवाल व संजय वशिष्ठ ने कहा कि प्राकृतिक खेती पद्धति से न केवल पर्यावरण को फायदा होगा, बल्कि लोगों की सेहत भी ठीक रहेगी। सरकार प्राकृतिक खेती के लिए जरूरी देशी गाय पर भी सब्सिडी मुहैया करवा रही है।
बागवानी अधिकारी डॉ. प्रमोद कुमार ने किसानों को बागवानी से संबंधित योजनाओं से अवगत कराया। उन्होंने कहा कि किसान परंपरागत खेती के साथ बागवानी करके भी अधिक मुनाफा कमा सकते हैं। बाग लगाने पर भी सब्सिडी दी जाती है। शिविर में कई किसानों ने प्राकृतिक खेती परियोजना के तहत अपना पंजीकरण
भी करवाया।