प्रदेश में दो साल बाद होंगे शिक्षकों के तबादले
मौलिक शिक्षा महानिदेशक ने वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिये जिला मौलिक शिक्षा अधिकारियों से तबादलों को लेकर समीक्षा की और निर्देश दिए कि एमआईएस और एचआरएमएस पोर्टल पर शिक्षक और गैर शिक्षक कर्मियों का डाटा अपलोड किया जाए।
वर्ष 2023 के सितंबर में शिक्षकों की तबादला प्रक्रिया शुरू की गई थी, लेकिन अक्तूबर में इसे रोक दिया गया। तब से शिक्षकों के तबादले अटके हुए हैं। इसके साथ ही 2017 बैच के जेबीटी के भी अंतर जिला तबादला प्रक्रिया सिरे नहीं चढ़ पाई है। वर्ष 2016 में ऑनलाइन शिक्षक पॉलिसी तैयार की गई थी। पिछले आठ साल में महज 2016, 2017, 2019 और 2022 में तबादले हुए हैं।
इसके चलते शिक्षक घर से 100 किलोमीटर से ज्यादा दूरी पर कार्यरत हैं। शिक्षक लंबे समय से ट्रांसफर ड्राइव की मांग उठा रहे हैं। शिक्षा मंत्री के निर्देशों के बाद मौलिक शिक्षा महानिदेशक ने बुधवार को जिला मौलिक शिक्षा अधिकारियों को एमआईएस पोर्टल पर डाटा अपडेट करने के निर्देश दिए। महानिदेशक ने कहा कि सभी कर्मचारियों का एमआईएस पूर्ण करवाए जाएं, एमआईएस अपडेट करते समय कर्मियों का पूर्ण विवरण भरा जाए। यदि किसी कर्मचारी का कोर्ट स्टे है या था, वर्तमान में उसकी स्थिति दर्शाई जाए।
इसके साथ ही जिला मौलिक शिक्षा अधिकारी व खंड शिक्षा अधिकारियों द्वारा बगैर शिक्षकों वाले स्कूल तथा एकल शिक्षक वाले स्कूल की भी जानकारी मांगी गई है। विभाग ने 31 मार्च से पहले-पहले तबादलों की प्रक्रिया पूरी करने का लक्ष्य तय किया है।
एमआईएस पोर्टल पर स्कूल मुखिया की ओर से नियमित व अतिथि अध्यापकों का पूर्ण विवरण देना होगा। यही नहीं, स्कूल में विद्यार्थियों की पंजीकरण संख्या, सेक्शन, विषय और छात्रों की उपस्थिति का ब्योरा भी भरना अनिवार्य है।