प्रदेश में कचरा प्रबंधन योजना धराशायी : सैलजा
सिरसा, 5 जनवरी (हप्र)
केंद्रीय ऊर्जा मंत्री एवं पूर्व सीएम मनोहर लाल के बयान जिसमें कहा गया है कि हरियाणा में कचरे से बिजली बनाई जाएगी और इस कार्य की शुरूआत गुरुग्राम-फरीदाबाद से की जाएगी, वहां पर वेस्ट टू एनर्जी प्लांट लगेंगे। इस पर सांसद कुमारी सैलजा ने कहा कि बिजली पैदा करना अच्छी बात है, लेकिन पहले से स्थापित कचरा प्रबंधन प्लांट की ओर भी ध्यान देना चाहिए, जहां पर प्लांट न चलने से कचरे के पहाड़ बने हैं। प्रदेश में कचरा प्रबंधन योजना धराशायी हो चुकी है, पहले के कचरा प्रबंधन प्लांट बंदी के कगार पर है। वहां पर न तो खाद का निर्माण हो पाया और न ही कचरे से बिजली का उत्पादन हो पाया है। अब भाजपा सरकार फिर से कचरे से बिजली पैदा करने की घोषणा कर जनता के जख्मों पर नमक छिड़क रही है। भाजपा सरकार चाहे प्रदेश की हो या केंद्र की इसे झूठी घोषणाएं कर जनता को गुमराह करना अच्छी तरह से आता है। सरकार को कचरा प्रबंधन की दिशा में ठोस एवं कारगर कदम उठाना चाहिए। गांव बकरियांवाली में कचरा प्रबंधन प्लांट की स्थापना 2006 में की गई थी, इस प्लांट पर 14 वर्षों से डंप सैकड़ों हजार टन कचरा आज भी पड़ा हुआ है। वर्ष 2006 से कचरा प्लांट पर कचरा निस्तारण के लिए मशीन लगाई है और कूड़े से खाद बनाई जाती है। आज यह प्लांट खुद एक कचरा बनकर रह गया है। इसी प्रकार का कचरा प्रबंधन प्लांट अंबाला में भी लगाया गया था। जहां पर न तो खाद बनाई गई और न ही बिजली का उत्पादन शुरू हुआ। गांव बकरियांवाली के ग्रामीण कई बार धरना प्रदर्शन और अनशन कर चुके हैं क्योंकि कचरे का निस्तारण न होने से बदबू फैल रही है और लोग रोगों की चपेट में आ रही है, आसपास के खेतों में फसलें तक नहीं हो रही है। सैलजा ने कहा कि सिरसा जिला के इस प्लांट में भी बिजली पैदा करने की घोषणा की गई थी पर ये घोषणाएं आज भी कागजों में कैद होकर रह गई है।