For the best experience, open
https://m.dainiktribuneonline.com
on your mobile browser.
Advertisement

पुस्तक लोकार्पण, सम्मान समारोह में जुटे दिल्ली, हरियाणा व पंजाब के साहित्यकार

08:46 AM Nov 27, 2023 IST
पुस्तक लोकार्पण  सम्मान समारोह में जुटे दिल्ली  हरियाणा व पंजाब के साहित्यकार
कैथल में साहित्य सभा द्वारा रोहित सरदाना स्मृति पत्रकारिता सम्मान से दैनिक ट्रिब्यून के संवाददाता ललित शर्मा को सम्मानित करते हुए डा. कंवल नयन कपूर, डा. चन्द्र त्रिखा, डा. मुक्ता, एएल मदान।-हप्र
Advertisement

कैथल, 26 नवंबर (हप्र)
साहित्य सभा कैथल द्वारा आरकेएसडी कालेज में कवि-सम्मेलन, पुस्तक-लोकार्पण एवं सम्मान-समारोह का आयोजन किया गया। इस कार्यक्रम का संचालन महासचिव डॉ. प्रद्युम्न भल्ला ने किया। इस आयोजन में हरियाणा साहित्य अकादमी के सूर सम्मान से सम्मानित साहित्यकार डॉ. कंवल नयन कपूर ने मुख्य अतिथि व अध्यक्ष के रूप में हरियाणा साहित्य संस्कृति अकादमी, पंचकूला के उर्दू प्रकोष्ठ के निदेशक डॉ. चंद्र त्रिखा ने शिरकत की।
हरियाणा साहित्य अकादमी पंचकूला की पूर्व निदेशक डॉ. मुक्ता व कालेज प्राचार्य डॉ संजय गोयल ने विशिष्ट अतिथि की भूमिका निभाई। सम्मान-समारोह में डॉ. कंवल नयन कपूर यमुनानगर को सतीश बंसल एफसीए कैथल के सौजन्य से लाला निरंजन दास व सुमित्रा देवी स्मृति आजीवन साहित्य साधना सम्मान, पवन शर्मा दिल्ली को धीरज त्रिखा स्मृति पत्रकारिता सम्मान से, केशव मेहता कुरुक्षेत्र को धीरज त्रिखा स्मृति डिजिटल पत्रकारिता सम्मान, दैनिक ट्रिब्यून के संवाददाता ललित शर्मा कैथल को रोहित सरदाना स्मृति पत्रकारिता सम्मान, सुरेश जांगिड़ उदय कैथल को साहित्य सेवी सम्मान, किशोर शर्मा सारस्वत पंचकूला को माता-पिता स्मृति साहित्य सम्मान, चरणजीत चरण फरीदाबाद को देशराज शर्मा अब्र सीमाबी साहित्य सम्मान, डॉ. विजेंद्र कुमार, पंचकूला को गुलदान साहित्य सेवी सम्मान से नवाजा गया।
पुस्तक-लोकार्पण कार्यक्रम के अंतर्गत डॉ. मुक्ता गुरुग्राम की सात पुस्तकों, प्रोफेसर अमृत लाल मदान कैथल की पुस्तक मनमंच के रंग भाग-2, डॉ. हरीश झंडई कैथल की पुस्तक की अंधेरे से उजाले की ओर, रिसाल जांगड़ा बाह्मणी वाला की पुस्तक दुनियादारी, पंडित श्याम सुंदर गौड कैथल की पुस्तक काव्य-सुधा, दिनेश शर्मा दिनेश, फरल की पुस्तक साहित्य के आईने में कैथल जनपद, डॉ. प्रद्युम्न भल्ला की पुस्तक ड्यूलिटिज इन द लाइफ, मधु गोयल मधुल की पुस्तक चलते जाना है, सतपाल पराशर आनन्द की पुस्तक फूल अर कांटे तथा राजेश भारती की पुस्तक उजाले की ओर का लोकार्पण मंचासीन अतिथियों द्वारा किया गया।
साहित्य सभा की ओर से सभी अतिथियों को सम्मान चिन्ह देकर सम्मानित भी किया गया। कार्यक्रम के अंत में डा. कमल नयन कपूर, डॉक्टर मुक्ता एवं डॉक्टर संजय गोयल ने भी साहित्यकारों को लेकर अपनी अपनी बात रखी। डा. चन्द्र त्रिखा से अपनी अध्यक्षीय टिप्पणी में कहा कि साहित्यकार शब्द की आत्मा के साथ जीता है। इसलिए हमें शब्द के प्रति गंभीर होना चाहिए। डा. त्रिखा ने कहा कि शब्द की कुछ मर्यादा भी है। करीब चार घंटे तक चले कवि सम्मेलन में कवियों ने सबको गुदगुदाया। कविताओं से व्यवस्था पर चोट की।

Advertisement

Advertisement
Advertisement