पुलिस ने सील की शहर की सभी सीमाएं, चंडीगढ़-जीरकपुर सहित कई सड़कों पर दिनभर रहा जाम
एस अग्निहोत्री/हप्र
मनीमाजरा (चंडीगढ़) 5 मार्च : संयुक्त किसान मोर्चा (एसकेएम) के बैनर तले कई किसान संघों ने अपनी मांगों को लेकर अनिश्चितकालीन आंदोलन शुरू करने के लिए बुधवार को चंडीगढ़ आना था। इसके चलते चंडीगढ़ पुलिस ने सीमाओं पर भारी सुरक्षा बल तैनात कर शहर की सभी सीमाओं को सील कर दिया था। इस वजह से किसान चंडीगढ़ में प्रवेश नहीं कर सके। लेकिन, ट्राईसिटी के आम लोग दिन भर परेशान हुए। चंडीगढ़ पहुंचने से पहले पुलिस ने किसानों को रोक लिया।
पुलिस द्वारा सुरक्षा व्यवस्था के तहत शहर के सभी एंट्री पॉइंट्स पर बैरिकेडिंग और भारी पुलिस बल की तैनाती के कारण कई हाईवे और मुख्य मार्गों पर भीषण ट्रैफिक जाम लग गया, जिससे आम नागरिकों को भारी परेशानियों का सामना करना पड़ा। सुबह से ही चंडीगढ़-जीरकपुर हाईवे, दिल्ली-अंबाला रोड और पटियाला रूट पर वाहनों की लंबी कतारें लग गईं। कई जगहों पर जाम की लंबाई 2 किलोमीटर तक पहुंच गई, जिससे लोग घंटों फंसे रहे। वाहनों की सघन जांच के कारण रफ्तार धीमी पड़ गई, जिससे दिल्ली, अंबाला और पटियाला रूट पर लोगों की मुश्किलें और बढ़ गईं। कई लोग ऑफिस, अस्पताल या जरूरी कामों के लिए निकले थे, लेकिन जाम में फंसने के कारण तय समय पर नहीं पहुंच सके।
हालांकि, पुलिस ने 12 रूट डायवर्ट किए थे, ताकि ट्रैफिक का बोझ कम हो सके। बावजूद इसके, वाहनों की भारी संख्या और बार-बार की जांच के कारण जाम से कोई खास राहत नहीं मिली। पुलिस अधिकारियों का कहना था कि वे लोगों की असुविधा कम करने की पूरी कोशिश कर रहे हैं, लेकिन सुरक्षा के मद्देनजर हर एंट्री प्वाइंट पर सख्ती जरूरी है। पुलिस जवानों के साथ एसपी-डीएसपी रैंक के अधिकारी भी खुद सीमाओं पर डटे हुए थे। वहीं साथ ही पैरामिलिट्री फोर्स-रैपिड एक्शन फोर्स (आरएएफ) को भी लगाया गया था। सभी एंट्री पॉइंट्स पर वॉटर कैनन के साथ दंगा रोधी वाहनों को भी तैनात किया गया था। वहीं जवान हाथों में लाठी-डंडे लिए शील्ड कवर के साथ सुरक्षा उपकरणों से लैस रहे।
पंचकूला सीमा पर भी रहा पुलिस का पहरा : किसान आंदोलन के चलते बुधवार को जीरकपुर-पंचकूला और पंचकूला-चंडीगढ़ की सभी सीमाओं पर पुलिस का सख्त पहरा रहा। इस दौरान हाउसिंग बोर्ड चौक की ओर से पंचकूला आने वाले मार्ग पर जाम भी रहा। जीरकपुर- पंचकूला मार्ग पर भी लोगों को जाम से जूझना पड़ा।