पुलिस टीम पर फायरिंग में दो गिरफ्तार
फतेहाबाद, 8 जनवरी(हप्र)
गांव बड़ोपल के पास 21 दिसम्बर को पुलिस मुठभेड़ मामले में पुलिस ने दो और आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है। पकड़े गए दोनों आरोपियों की पहचान प्रशांत कुमार निवासी सोनीपत व सुमित उर्फ सुमी निवासी अग्रोहा जिला हिसार के रूप में हुई है। इस मामले में घटना वाली शाम को एक युवक पकड़ा गया था, जब उसने पुलिस से घिरने पर खुद को गोली मार ली थी। उसका इलाज अग्रोहा मेडिकल कॉलेज में चल रहा था। उसके ठीक होने पर उससे पूछताछ के आधार पर पुलिस ने युवक को गिरफ्तार करके रिमांड कर लिया है। गौरतलब है कि 21 दिसंबर को जथेड़ी गैंग के रवि को एक मामले में फतेहाबाद अदालत में पेश करके फरीदाबाद पुलिस वापस ले जा रही थी। बड़ोपल के पास निजी ढाबे पर पहले से ही घात लगाए कुछ युवकों ने रवि को पुलिस हिरासत से छुड़वाने की नियत से फायरिंग शुरू कर दी थी। गोलीबारी में रवि व उसको छुड़वाने आया उसका फुफेरा भाई अंकित गोली लगने से मौके पर ही ढेर हो गए थे। उसके अन्य साथी मौके से फरार हो गए थे। सदर थाना प्रभारी निरीक्षक कुलदीप सिंह ने बताया कि मनोज उर्फ मौजी ने गांव फ्रांसी के पास खुद को पुलिस से घिरा देख स्वयं को गोली मार ली थी। घायल को अग्रोहा मेडिकल कॉलेज में इलाज के लिए भर्ती कराया गया था। उपचार के बाद पुलिस ने आरोपी मनोज को गिरफ़्तार करके पुलिस रिमांड लिया था। पूछताछ में मनोज ने बताया कि जेल में बंद रवि से उसके जीजा प्रशांत ने जेल में मुलाकात की थी। रवि के कहने पर उसके जीजा प्रशांत ने सुमित कुमार से मुलाकात की। प्रशांत ने रवि को छुड़वाने के लिए, मनोज उर्फ मौजी, सुमित कुमार से मिलकर पूरी साजिश रची थी। जिसके बाद तीनों ने उस एरिया की रेकी की थी। जिस दिन फरीदाबाद पुलिस रवि को जेल से फतेहाबाद कोर्ट में पेशी पर लेकर आई थी, तो रवि का फुफेरा भाई अंकित, मनोज उर्फ मौजी और सुमित कुमार उसके छुड़वाने के लिए गए थे। पुलिस गांव बड़ोपल के पास नेशनल हाईवे पर बने ढाबे पर रुकी थी तो मौका देखकर तीनों ने रवि को छुड़वाने के लिए पुलिस पर फायरिंग शुरू कर दी। जवाबी कार्रवाई में रवि और अंकित ढेर हो गए थे। मनोज और सुमित मौके से फरार हो गए थे।