जींद, 5 दिसंबर(हप्र)जींद सहकारी चीनी मिल के पास इस पेराई सीजन में गन्ने की भारी कमी को खुद प्रदेश के सहकारिता मंत्री अरविंद शर्मा ने बृहस्पतिवार को महसूस किया। उन्होंने कहहा कि सभी को मिलकर पुराने किसानों को दुबारा से जींद सहकारी चीनी मिल से जोड़ने के लिए मुहिम चलानी है। इसमें शुगर फेडरेशन, मिल प्रबंधन और जनप्रतिनिधि मिलकर काम करेंगे। बृहस्पतिवार को सहकारिता मंत्री डॉ. अरविंद शर्मा ने जींद सहकारी चीनी मिल के 40वें पेराई सत्र का हवन में आहुति डालकर व मिल चेन पर गन्ना डालकर विधिवत तौर पर शुभारम्भ किया। अरविंद शर्मा ने कहा कि गन्ना पेराई सत्र किसानों के लिए उत्सव की तरह होता है। चार दशक पुरानी जींद शुगर मिल से किसानों का पुराना जुड़ाव रहा है। आज हमें गन्ने के कम होते रकबे को बढ़ाने के लिए सभी पुराने गन्ना उत्पादकों को जोड़ने का काम करना होगा। उन्होंने शुगर फेडरेशन के अधिकारियों, मिल प्रशासन के साथ-साथ जनप्रतिनिधियों से भी आह्वान किया कि वो किसानों को गन्ना बिजाई के लिए प्रेरित करें। विशेषकर जो किसान पहले गन्ना उत्पादन कर चुके हैं। उन्हें अपने साथ नये सत्र में जोड़ने के लिए मिलकर काम करना होगा। उन्होंने कहा कि जींद शुगर मिल प्रबन्धन 15 दिन की बजाय एक सप्ताह में किसानों को गन्ना फसल का भुगतान करने का प्रयास करे। हरियाणा शुगरफेड के चेयरमैन धर्मबीर डागर ने मंत्री का स्वागत किया और कहा कि जींद सहकारी चीनी मिल की पेराई क्षमता बढ़ाने की योजना को मंजूरी मिल गई है। मिल के एमडी प्रवीण तहलान ने बताया कि लगभग 14 लाख क्विंटल गन्ने की पेराई वर्तमान सत्र में की जाएगी।