पानीपत शुगर मिल ने बेची साढ़े चार करोड़ की बिजली
पानीपत, 19 दिसंबर (हप्र)
हरियाणा प्रदेश के चार सहकारी शुगर मिलों में पेराई सीजन के दौरान मिल को चलाने और अतिरिक्त बिजली को उत्तर हरियाणा विद्युत प्रसारण निगम को बेचकर अलग से मिल की आमदनी बढ़ाने को लेकर टरबाइनें लगाई गई हैं।
पानीपत के गांव डाहर में लगाये गये 50 हजार क्विंटल पेराई क्षमता के नये शुगर मिल में प्रदेश के चारों शुगर मिलों में सबसे बड़ी 28 मेगावाट की टरबाइन लगाई गई है। जबकि शाहाबाद में 24, करनाल में 18 और रोहतक मिल में 16 मेगावाट की टरबाइन लगी है। पानीपत मिल की टरबाइन बृहस्पतिवार को 24 मेगावाट लोड पर चल रही है। इसमें से साढ़े 7 मेगावाट बिजली से तो मिल चल रहा है और बाकी बिजली एचवीपीएन के नौल्था पॉवर हाउस को एक्सपोर्ट की यानि बेची जा रही है। पानीपत मिल द्वारा बृहस्पतिवार सुबह 6 बजे तक 72 लाख 19800 यूनिट बिजली एक्सपोर्ट की जा चुकी है, जोकि प्रदेश के चारों सहकारी शुगर मिलों में सबसे ज्यादा है।
शुगर मिल के एमडी मनदीप कुमार के अनुसार मिल द्वारा अब तक करीब 4.51 करोड़ रुपये की बिजली एचवीपीएन को एक्सपोर्ट कर चुका है। पानीपत मिल द्वारा इस बार करीब 40 करोड़ की बिजली एक्सपोर्ट का लक्ष्य रखा है और मिल द्वारा पिछले सीजन में 26.86 करोड़ और उससे पहले सीजन करीब 20 करोड़ रुपये की बिजली बेची गई थी।
वहीं, पानीपत मिल पिछले काफी दिनों से अपनी पूरी 50 हजार पेराई क्षमता के लोड पर चल रहा है और बृहस्पतिवार सुबह 6 बजे तक शुगर मिल में 10 लाख 7 हजार क्विंटल गन्ने की पेराई हो चुकी है।
प्रबंधन द्वारा इस बार 65 लाख क्विंटल गन्ना पेराई का लक्ष्य रखा गया है। एमडी मनदीप कुमार ने बताया कि बृहस्पतिवार सुबह तक
पानीपत मिल द्वारा प्रदेश के सहकारी शुगर मिलों में सबसे ज्यादा 72 लाख 19800 युनिट बिजली एक्सपोर्ट की गई है। प्रयास रहेगा कि 40 करोड़ रुपये की बिजली एक्सपोर्ट के लक्ष्य को पूरा किया जा सके।