पाठकों के पत्र
सुरक्षा की खामियां
मुंबई के बांद्रा में सैफ अली खान पर जानलेवा हमले से देश की आर्थिक राजधानी में बढ़ती असुरक्षा और अपराधियों के बढ़ते हौसले उजागर हो रहे हैं। जब बड़ी हस्तियां सुरक्षित नहीं, तो आम आदमी की सुरक्षा की गारंटी कैसे हो सकती है? बाबा सिद्दीकी की हत्या, सलमान खान पर फायरिंग और एंटीलिया बम कांड जैसी घटनाएं सुरक्षा व्यवस्था की खामियों को दिखाती हैं। सुशांत राजपूत की अनसुलझी मृत्यु भी पुलिस की कार्यकुशलता पर सवाल उठाती है।
ईश्वर चन्द गर्ग, कैथल
अंतरिक्ष में कामयाबी
इसरो ने स्पेस डाकिंग एक्सपेरिमेंट में सफलता हासिल कर भारत को अमेरिका, रूस और चीन के बाद चौथा देश बना दिया है। उपग्रहों को अंतरिक्ष में जोड़ने की यह प्रक्रिया पूरी तरह से स्वदेशी डाकिंग प्रणाली पर आधारित है। महत्वपूर्ण यह है कि वैज्ञानिकों ने स्वयं का डॉकिंग मैकेनिज्म विकसित किया। इस सफलता से भारत के अंतरिक्ष कार्यक्रम को नई दिशा मिली है और यह भारतीय वैज्ञानिकों एवं इंजीनियरों की वर्षों की मेहनत का परिणाम है। यह राष्ट्र की सामूहिक उपलब्धि है, जिससे गर्व महसूस होता है।
एमएम राजावत, शाजापुर
शांति की दिशा में कदम
इस्राइल और हमास के बीच 15 महीने से चल रहे युद्ध पर युद्धविराम के लिए समझौता हुआ है। इस समझौते के तहत 6 हफ्ते के अस्थाई युद्धविराम में बंधकों को मुक्त किया जाएगा, दोनों पक्ष अपने कैदियों को छोड़ेंगे। यह समझौता अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडेन व डोनाल्ड ट्रंप के प्रयासों से संभव हुआ। युद्ध के कारण भारी जानमाल का नुकसान हुआ है, और यह समझौता शांति की दिशा में एक कदम है।
वीरेंद्र कुमार जाटव, दिल्ली
सुरक्षा में सुधार हो
सैफ अली खान पर घर में घुसकर हमला, सलमान खान पर हमले की कोशिश और मूसे वाला की हत्या जैसी घटनाएं यह सवाल उठाती हैं कि जब बड़ी हस्तियां सुरक्षित नहीं हैं, तो आम आदमी की सुरक्षा कैसे सुनिश्चित की जाए। इन घटनाओं से यह स्पष्ट होता है कि सुरक्षा व्यवस्था में सुधार की आवश्यकता है, ताकि नागरिकों को भी सुरक्षित वातावरण मिल सके। सरकार को इस दिशा में कठोर कदम उठाने चाहिए।
अनिल कौशिक, क्योड़क, कैथल