पाठकों के पत्र
भारत विरोधी रुख
संपादकीय ‘निशाने पर मुजीब’ में बांग्लादेश की अंतरिम सरकार के अलोकतांत्रिक कदमों की आलोचना की गई है। शेख मुजीबुर्रहमान के योगदान को नकारते हुए उनके चित्र हटाना, पाठ्यक्रम में बदलाव और छुट्टियां रद्द करना निंदनीय है। बांग्लादेश सरकार का भारत विरोधी रुख, अल्पसंख्यक हिंदुओं पर हमले और कट्टरपंथियों को समर्थन दुर्भावना को दर्शाता है। मुहम्मद यूनुस, खुद को अराजनीतिक बताते हुए, इन विवादास्पद निर्णयों के बावजूद चुप रहते हैं। दिल्ली को ढाका की गतिविधियों पर सतर्क रहना चाहिए।
ईश्वर चन्द गर्ग, कैथल
प्रदूषित भूजल और कैंसर
दैनिक ट्रिब्यून के 4 जनवरी के संपादकीय ‘ज़हरीला भूजल’ में पंजाब, हरियाणा, राजस्थान, उत्तर प्रदेश और आंध्र प्रदेश में भूजल प्रदूषण और यूरेनियम जैसे घातक पदार्थों की अत्यधिक मात्रा पर चिंता जताई गई है। केंद्रीय भूजल बोर्ड की रिपोर्ट के अनुसार, इन राज्यों में पानी की गुणवत्ता खराब हो रही है, जिससे पंजाब में कैंसर के मामलों में वृद्धि हुई है। समाधान के रूप में कम पानी उपयोग करने वाली फसलों को बढ़ावा देने, वर्षा जल का संचय और मुफ्त जल आपूर्ति के दुरुपयोग को रोकने की आवश्यकता पर बल दिया गया है।
अनिल कौशिक, क्योड़क, कैथल
केजरी की चुनौती
दिल्ली के पूर्व मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने आगामी विधानसभा चुनाव को रोचक बना दिया है। जेल से लौटने के बाद उन्होंने आतिशी सिंह को मुख्यमंत्री बनाया और बीजेपी व कांग्रेस को चुनौती दी। आम आदमी पार्टी ने महिला सम्मान योजना, अनुसूचित जाति छात्रों के लिए स्कॉलरशिप, बुजुर्गों के लिए मेडिकल योजना और पुजारियों के लिए वेतन की घोषणाएं की हैं, जिससे चुनावी माहौल उनके पक्ष में बनता नजर आ रहा है। बीजेपी और कांग्रेस के लिए यह चुनौतीपूर्ण होगा।
वीरेंद्र कुमार जाटव, दिल्ली