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पंजाब में पटरियों पर डटे किसान, यात्री परेशान

05:00 AM Dec 19, 2024 IST
पंजाब में पटरियों पर डटे किसान  यात्री परेशान
पटियाला में बुधवार को रेलवे ट्रैक पर बैठे आंदोलनकारी किसान। - राजेश सच्चर
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दैनिक ट्रिब्यून टीम
चंडीगढ़, 18 दिसंबर
पंजाब में बुधवार को किसानों के तीन घंटे के ‘रेल रोको’ प्रदर्शन के कारण कई ट्रेनें प्रभावित हुईं और यात्री परेशान रहे। संयुक्त किसान मोर्चा (गैर-राजनीतिक) और किसान-मजदूर मोर्चा के आह्वान पर दोपहर 12 से 3 बजे तक प्रदर्शन किया गया। पटियाला में शंभू, राजपुरा; गुरदासपुर के मोगा, फरीदकोट, कादियां, बटाला; जालंधर में फिल्लौर; होशियारपुर में टांडा, दसूआ, माहिलपुर; फिरोजपुर में मक्खू, तलवंडी भाई; लुधियाना में साहनेवाल, फिल्लौर; संगरूर के सुनाम, लहरागागा; मालेरकोटला; बरनाला; बठिंडा के रामपुरा फूल तथा अमृतसर के देवीदासपुरा समेत कई स्थानों पर किसानों ने पटरियों पर धरना दिया। महिलाएं भी बड़ी संख्या में इसमें शामिल हुईं।
प्रदर्शन के कारण कई ट्रेनें रद्द कर दी गईं, तो कई को घंटों देरी से चलाया गया। रेल अधिकारियों ने जम्मू से सयालदह जाने वाली हमसफर एक्सप्रेस, अमृतसर से मुंबई जाने वाली दादर एक्सप्रेस और दिल्ली से अमृतसर जाने वाली शान-ए-पंजाब एक्सप्रेस को लुधियाना रेलवे स्टेशन के विभिन्न प्लेटफार्मों पर रोक दिया। नयी दिल्ली से आने वाली शताब्दी एक्सप्रेस को खन्ना रेलवे स्टेशन पर रोके रखा गया। अम्बाला से मिली जानकारी के अनुसार, अम्बाला कैंट-बठिंडा, बठिंडा-श्री गंगानगर, श्री गंगानगर-अम्बाला कैंट, अम्बाला कैंट-कालका, अम्बाला कैंट-दौलतपुर चौक समेत कई ट्रेनों को रद्द कर दिया गया, जबकि कई अन्य को शॉर्ट रूट किया गया। अबोहर में प्रदर्शन के चलते इस जंक्शन से गुजरने वाली 6 गाड़ियां प्रभावित हुईं।
सुनाम रेलवे स्टेशन पर प्रदर्शन कर रहे किसान नेताओं ने कृषि विपणन पर राष्ट्रीय नीति के ड्राफ्ट का भी विरोध किया। बठिंडा में कई गांवों में मोटरसाइकिलों पर मार्च भी निकाला गया। इस दौरान, गांवों में सभाओं को संबोधित करते हुए किसान नेताओं ने कहा कि संयुक्त किसान मोर्चा 23 दिसंबर को देश भर में डीसी कार्यालयों के सामने धरना देगा।
डल्लेवाल से मिलने पहुंचे धामी और झींडा : किसान नेता जगजीत सिंह डल्लेवाल का आमरण अनशन बुधवार को 23वें दिन भी जारी रहा। डॉक्टरों ने कहा कि उनकी हालत चिंताजनक है। वह कैंसर से भी पीड़ित हैं और अनशन के कारण इम्युनिटी बहुत कमजोर हो गयी है। तबीयत ज्यादा बिगड़ने के कारण वह स्टेज पर भी नहीं आ पाए। उनसे मिलने शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी के अध्यक्ष हरजिंदर सिंह धामी और हरियाणा के सिख नेता जगदीश सिंह झींडा खनौरी बॉर्डर पर पहुंचे।
इनपुट : राजपुरा से अशोक प्रेमी, संगरूर से गुरतेज प्यासा, लुधियाना से वीरेंद्र प्रमोद, अम्बाला शहर से जितेंद्र अग्रवाल, बठिंडा से विकास कौशल, बरनाला से रवींद्र शर्मा, समराला से सुरजीत सिंह, अबोहर से दविंदर पाल।

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जहर निगलने वाले किसान ने दम तोड़ा

गत 14 दिसंबर को शंभू बॉर्डर पर प्रदर्शन के दौरान जहर निगलने वाले किसान रणजोध सिंह भंगू (57) ने बुधवार सुबह राजिंदरा अस्पताल, पटियाला में दम तोड़ दिया। वह गांव रतनहेड़ी, तहसील खन्ना, जिला लुधियाना‌ के रहने वाले थे।

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सुझाव, मांग के लिए दरवाजे हमेशा खुले : सुप्रीम कोर्ट

नयी दिल्ली (एजेंसी) : पंजाब सरकार ने बुधवार को सुप्रीम कोर्ट को सूचित किया कि खनौरी बॉर्डर पर आमरण अनशन पर बैठे जगजीत सिंह डल्लेवाल और अन्य किसान नेताओं के साथ लगातार बैठकें की गईं, लेकिन उन्होंने शीर्ष अदालत द्वारा गठित उच्चाधिकार प्राप्त समिति के साथ बातचीत करने से इनकार कर दिया। पंजाब के महाधिवक्ता गुरमिंदर सिंह ने बताया कि समिति ने उन्हें 17 दिसंबर को आमंत्रित किया था, लेकिन प्रदर्शनकारी किसानों ने बात नहीं की। सुप्रीम कोर्ट ने डल्लेवाल की स्वास्थ्य स्थिति का संज्ञान लिया और पंजाब सरकार को बिना देरी किए चिकित्सा सहायता उपलब्ध कराने को कहा। इसके साथ ही कोर्ट ने कहा कि किसानों या उनके प्रतिनिधियों के माध्यम से दिए गए किसी भी सुझाव एवं मांग के लिए अदालत के दरवाजे हमेशा खुले हैं।

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