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नौकरी भी जाये तो भी न घबरायें

04:05 AM Jan 23, 2025 IST
नौकरी भी जाये तो भी न घबरायें
वित्तीय योजना पर सोच-विचार करता एक प्रोफेशनल
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किसी की भी नौकरी पर अचानक संकट आ सकता है। ऐसे में पहले से फाइनेंशियल प्लानिंग जरूरी है। वहीं कम खर्च व लगातार बचत की आदतें काम आती हैं। दूसरी जॉब मिलने में समय लगता है। ऐसे वक्त के लिए एमरजेंसी फंड तैयार रखें तो बेहतर है। नौकरी भी जाये तो बचाए पैसे से आय होगी।

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नीलोफर
आप प्रतिमाह हाई सैलरी वाली जॉब करते हैं या कम सैलरी वाली, अगर अचानक नौकरी छूट जाए तो दोनों के लिए ही यह दर्दनाक अनुभव होता है। नौकरी खोने के बाद कई बार तो स्किल्ड लोगों को भी काम के बिना अपने घर पर लंबे समय तक रहना पड़ता है। कभी-कभी स्थितियां इतनी बुरी हो जाती हैं कि लोग अपने खर्चों को मैनेज न कर पाने के कारण हताश और निराश हो जाते हैं। हालांकि अचानक अच्छी-खासी आपकी सैलरी का बंद हो जाना अस्थायी होता है, इसके बावजूद जब तक नई नौकरी नहीं मिलती, तब तक हमें काफी परेशानी होती है। जो लोग घर से बाहर दूसरे शहर में रह रहे होते हैं, उनके लिए कभी-कभी अपने भोजन और किराए के मकान में रहकर अपने मासिक बिलों और रोजमर्रा के खर्चों को चलाना भी मुश्किल हो जाता है। घर या गाड़ी के लोन के लिए ईएमआई की व्यवस्था करना भी तब और मुश्किल हो जाता है, जब आपने ऐसे मौके पर कोई पैसा बचाकर न रखा हो।
अतार्किक खर्च बनता है परेशानी
अचानक नौकरी का जाना सचमुच एक बुरी स्थिति होती है और ज्यादातर लोग इसके लिए अपने आपको पहले से तैयार भी नहीं रखते, जिसके कारण उन्हें सबसे ज्यादा परेशानी होती है। प्रतिमाह मोटा वेतन पाने वाले ऐसे लोग अपना लाइफस्टाइल इस तरह का बना लेते हैं कि बाद में उनके लिए कम पैसों में अपने जीवन को चलाना काफी कठिन हो जाता है। खासकर जिन्होंने बचत के बारे में कभी गंभीरता से सोचा ही नहीं हो। किसी तरह घर का खर्च चलाने के लिए उन्हें ज्यादा दिक्कतें आती हैं ।
उपभोग की आदतें बदलना राहतकारी
जॉब जाने के बाद लोग सबसे ज्यादा अपने खाने-पीने की आदतों में ही सबसे पहले बदलाव करते हैं। क्योंकि ज्यादातर लोग खाने पर अच्छा खासा पैसा खर्च करते हैं। इसमें कट करने पर उन्हें काफी राहत भी मिलती है। अकसर बाहर जाकर खाना, घर में खाना ऑर्डर करना, जैसी आदतों को उन्हें बदलना पड़ता है। किराना स्टोर पर बिना सोचे समझे ग्रोसरी खरीदना और घर में खाने की चीजों का बेज़ा इस्तेमाल यह सब उन्हें बंद करना पड़ता है। जो लोग अपनी बचत को इन्वेस्टमेंट स्कीम्स में लगा देते हैं, उनके लिए तो मुश्किलें और ज्यादा बढ़ जाती हैं। ऐसे में कम में खर्च चलाना, कम पैसों में एडजेस्ट करना, उनके लिए काफी मुश्किल होता है। ऐसे में अपने खर्च करने के तरीकों की प्लानिंग करना जरूरी है। आप अपने खर्चों को कैसे कम कर सकते हैं ताकि आपको अचानक जॉब जाने के बाद टेंशन न हो।
आवश्यक व्यय ही बेहतर
ऐसे में बहुत जरूरी चीजों पर ही अपना पैसा खर्च करें। खाना खाना तो जरूरी है, घर के लिए ग्रोसरी जरूरी है। हां,लेकिन बाहर जाकर खाने के खर्चे को तो कम किया ही जा सकता है। बाहर की बजाय घर पर ही बनाएं, खाएं।
इमरजेंसी फंड बनाएं
यदि आप हर माह इन्वेस्टमेंट के लिए अपने वेतन का एक बड़ा हिस्सा उसमें डाल देते हैं, इसके बावजूद ऐसी स्थिति के लिए जब जॉब आपके पास न हो, लंबे समय तक आपको नई जॉब न मिले तो इसके लिए एक इमरजेंसी फंड बनाना जरूरी है ताकि इस तरह की स्थिति में आप पैनिक न हों।
प्री-प्लानिंग
अगर आपको पहले से ही अपनी नौकरी जाने की आशंका है और लगता है कि थोड़े दिनों के बाद आप आर्थिक संकट से घिरने वाले हैं तो कुछ माह पहले ही इसकी प्लानिंग कर लेनी चाहिए। ..और बचत की आदत पहले से ही डाल लेनी चाहिए जैसे अपनी गाड़ी से न जाकर पेट्रोल का खर्च बचाने के लिए अपनी राइड को शेयर करें।
फ्रीलांस जॉब
पहले से कहीं फ्रीलांस जॉब के लिए ट्राई करें या आपके पास जो अनावश्यक कीमती चीजें हैं और जिन्हें आप लंबे समय से इस्तेमाल नहीं कर रहे, उन्हें सेलआउट करके आप अपनी इमरजेंसी फंड में अच्छी खासी रकम एड कर सकते हैं, जो आपके संकट के दिनों में काम आ सकती है। -इ.रि.सें.

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