निष्कासित शिक्षक एक जनवरी से करेंगे भूख हड़ताल
कैथल, 24 दिसंबर (हप्र)
संस्कृत विश्वविद्यालय कैथल में हिंदी, अंग्रेजी, इतिहास और राजनीति विज्ञान विषयों को शास्त्री पाठ्यक्रम में पुन: शामिल करने की मांग को लेकर छात्रों और शिक्षकों का संयुक्त धरना 64वें दिन भी जारी। विश्वविद्यालय प्रशासन की ओर से अभी तक समस्या के समाधान हेतु कोई सकारात्मक कदम नहीं उठाया गया है। इस के उलट प्रशासन ने धरने दे रहे सभी पांचों शिक्षकों को नौकरी से निकल दिया और यूनिवर्सिटी में उनका प्रवेश बंद कर दिया।
पिछले 28 दिन से शिक्षक और छात्र सड़क किनारे यूनिवर्सिटी के गेट के सामने धरने पर बैठे हैं। धरनारत हिन्दी शिक्षक डॉ. ओमवीर ने बताया कि यूनिवर्सिटी बिल्कुल गैर कानूनी और तानाशाही रवैया अपना रही है। बच्चों के भविष्य के साथ हो रहे खिलवाड़ के विरुद्ध हम पिछले 64 दिन से धरने पर हैं। धरने को तोड़नेऩे के लिए और शोषण के विरुद्ध उठी आवाज को दबाने के लिए कुलपति ने सभी धरना दे रहे शिक्षकों को नौकरी से निकाल दिया ताकि धरना समाप्त हो जाए। लेकिन हम इन हथकंडों से डरने वाले नहीं हैं।
राजनैतिक विज्ञान शिक्षक जसबीर सिंह ने बताया कि हम ने चिट्ठी लिख कर कुलपति और यूनिवर्सिटी प्रशासन को सूचित कर दिया है कि हमारी समस्या का समाधान नहीं किया गया और अवैध निष्कासनों को रद्द नहीं किया गया तो हम एक जनवरी से भूख हड़ताल शुरू करेंगे।
इतिहास के शिक्षक मनोज कुमार और अंग्रेजी की शिक्षक सुमन ने भी जसबीर सिंह और ओमवीर सिंह की बात से इत्तेफाक किया है।