चंडीगढ़, 9 जुलाई (ट्रिन्यू)हरियाणा विधानसभा अध्यक्ष हरविन्द्र कल्याण ने कहा है कि गुरुग्राम में संपन्न शहरी स्थानीय निकायों के पहले राष्ट्रीय सम्मेलन ने देश में लोकतांत्रिक संवाद और सहभागिता को नयी दिशा दी है। उन्होंने बताया कि सम्मेलन का उद्देश्य प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की ‘विकसित भारत 2047’ की संकल्पना में शहरी निकायों की भूमिका को रेखांकित करना था।चंडीगढ़ स्थित हरियाणा निवास में प्रेसवार्ता के दौरान कल्याण ने कहा कि सम्मेलन में 28 राज्यों व केंद्रशासित प्रदेशों से 450 प्रतिनिधियों ने भाग लिया, जिनमें 308 मेयर, चेयरपर्सन व अधिकारी शामिल थे। इसके अतिरिक्त दो केंद्रीय मंत्री, 10 सांसद, हरियाणा से 55 मंत्री-विधायक तथा 75 मेयर-चेयरपर्सन भी इसमें शामिल हुए।सम्मेलन में इंदौर, पुणे, सूरत, लखनऊ और विशाखापत्तनम जैसे शहरों के महापौरों व आयुक्तों ने स्वच्छता, हरियाली और नवाचार आधारित कार्यों की प्रस्तुतियां दीं, जो अन्य निकायों के लिए प्रेरणास्रोत बनेंगी। कल्याण ने बताया कि सम्मेलन में सुझाव आया कि शहरी निकायों में स्पीकर जैसे पद का सृजन किया जाए, ताकि निर्णय अधिक पारदर्शी व निष्पक्ष हों।उन्होंने यह भी कहा कि पंचायती राज, सहकारी संस्थाएं, महिला नेतृत्व और युवाओं की भागीदारी पर आधारित विशेष सम्मेलन आयोजित किए जाएंगे, जिससे गांव से शहर तक लोकतांत्रिक चेतना को मजबूती मिलेगी।