CM Nayab Saini.....जन सुविधाओं के प्रति अधिकारियों का ढुलमुल रवैया बर्दाश्त नहीं, होगी सख्त कार्रवाई : नायब सैनी
मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी CM Nayab Saini ने गुरुग्राम में सफाई व्यवस्था को लेकर संबंधित अधिकारियों को सख्त निर्देश दिए कि शहर में स्वच्छता मानकों के अनुरूप सफाई व्यवस्था सुनिश्चित की जाए। जनता को किसी भी प्रकार की कोई समस्या नहीं आनी चाहिए। उन्होंने कहा कि अगले माह की बैठक के दौरान वे स्वयं स्वच्छता का निरीक्षण करेंगे। उन्होंने कहा कि हरियाणा सरकार जन सेवाओं के लिए गंभीर है। सभी विभागों के अधिकारी फील्ड में रहकर उनके विभाग की सेवाएं जनता को मुहैया करवाना सुनिश्चित करें। जन सुविधाओं के प्रति अधिकारियों का ढुलमुल रवैया बदार्शत नहीं किया जाएगा। आम नागरिकों से किसी भी प्रकार की शिकायत प्राप्त हुई तो संबंधित अधिकारी के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी। मुख्यमंत्री आज गुरुग्राम में जिला लोक संपर्क एवं कष्ट निवारण समिति की बैठक की अध्यक्षता कर रहे थे। बैठक में कुल 23 परिवाद रखे गए, इनमें से 19 का मौके पर ही निपटारा कर दिया गया। शेष परिवाद अगली बैठक के लिए आरक्षित कर अधिकारियों को स्टेटस रिपोर्ट साथ लाने के निर्देश दिए। इस अवसर पर केंद्रीय राज्य मंत्री राव इंद्रजीत सिंह Rao Inderjit व कैबिनेट मंत्री राव नरबीर सिंह Rao Narbir, विधायक बिमला चौधरी, श्री मुकेश शर्मा, श्री तेजपाल तंवर सहित विभिन्न उच्चाधिकारी व गणमान्य नागरिक उपस्थित रहे।
बैठक में मुख्यमंत्री ने नगर निगम के अधिकारियों को आदेश दिए कि तुरंत प्रभाव से सभी प्रकार के अवैध कब्जे हटाकर भूमि खाली करवाई जाए। उन्होंने नगर निगम आयुक्त को निर्देश देते हुए कहा कि शहर में यूनिपोल व बस स्टॉप आदि पर विज्ञापन होर्डिंग लगवाने के लिए एक नई पॉलिसी तैयार करें, जिससे निगम को राजस्व का घाटा न उठाना पड़े। विज्ञापन साइटों की निविदाएं आमंत्रित की जानी चाहिए। गांव जाटौला में 100-100 वर्ग गज के प्लाट से संबंधित एक मामले की सुनवाई करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि सभी अधिकारी यह ध्यान रखें कि जरूरतमंद व्यक्ति को हर हाल में सरकारी योजना का लाभ मिले।
बढ़ती आबादी के अनुरूप सीवरेज लाइन डालने के दिए आदेश
मुख्यमंत्री ने बैठक के दौरान अलग-अलग क्षेत्रों से प्राप्त सीवरेज की समस्याओं की सुनवाई करते हुए संबंधित अधिकारियों को निर्देश दिए कि बढ़ती आबादी की मांग के अनुरूप सीवरेज लाइन की व्यवस्था की जाए, ताकि पानी की निकासी समुचित ढंग से हो सके। किसी भी क्षेत्र में नई सीवरेज लाइन डालते समय रिवाइज्ड प्लान तैयार करें। इसके लिए संबंधित आरडब्ल्यूए व स्थानीय लोगों से भी परामर्श करें।