‘नाटक नहीं’का मंचन राजनीति से लेकर सामाजिक मुद्दों पर कटाक्ष
रेवाड़ी, 6 मई (हप्र)
भरतमुनी कला केंद्र द्वारा शुरू की गई एक अनूठी पहल रंगमंच उत्थान शृंखला के अंर्तगत बाल भवन में आयोजित ‘नाटक नहीं’ नामक नाटक का सफल मंचन किया गया। संस्था के प्रधान मदन डागर व डाॅ. अंकुर ने कहा कि रंगमंच उत्थान शृंखला के अंर्तगत कोई भी रंगकर्मी या नाट्य दल रेवाड़ी में आकर नाटक कर सकता हैं। उनके लिए मंच से लेकर सभी स्थानीय व्यवस्था संस्था करेगी। इसी शृंखला के अंर्तगत रेवाड़ी शहर के वरिष्ठ रंगकर्मी सतीश मस्तान द्वारा निर्देशित व वैष्णव लक्ष्मीकांत द्वारा लिखित ‘नाटक नहीं’ के मंचन के अवसर पर भाजपा की प्रदेश प्रवक्ता वंदना पोपली मुख्यातिथि, वरिष्ठ रंगकर्मी मास्टर देशराज व मास्टर विजय शर्मा विशिष्टातिथि रहे। अध्यक्षता वरिष्ठ रंगकर्मी रामचरण ने की। कार्यक्रम की शुरुआत मां सरस्वती के समक्ष द्वीप प्रज्वलित करके की गई। संस्था की उपप्रधान हिमानी ने बताया यह नाटक आज के समसामयिक विषय पर करारा व्यंग्य हैं। इस नाटक में राजनीति व राज व्यवस्था, धर्म, महिला सशक्तिकरण, रोजगार, न्याय व्यवस्था आदि अनेक समाजिक मुद्दों पर कटाक्ष कर किया गया। नाटक में भ्रष्ट नेता तथा भ्रष्ट अधिकारियों पर भी व्यंग्य किया गया।
इस मौके पर धर्मवीर बल्डोदिया, केके सक्सेना, सुशांत यादव, रमेश वशिष्ठ, वीरेन्द्र कुमार, एचसी संतोष, राष्ट्रीय कवि आलोक भांडोरिया, संजय चौधरी, लोक कलाकार अभिषेक सैनी आदि उपस्थित रहे। मंच संचालन कवि सुधीर यादव ने किया।