दोनों सदनों में होगी संविधान पर चर्चा
नयी दिल्ली, 2 दिसंबर (एजेंसी)
अडाणी समूह पर लगे आरोपों और संभल हिंसा सहित विभिन्न मुद्दों को लेकर विपक्षी सदस्यों के हंगामे के कारण सोमवार को भी संसद ठप रही। हालांकि, मंगलवार से दोनों सदनों की कार्यवाही सुचारु रूप से चलने की उम्मीद है।
लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला की विभिन्न दलों के नेताओं के साथ बैठक में सरकार और विपक्ष के बीच गतिरोध खत्म करने पर सहमति बनी। विपक्ष की मांग को स्वीकार करते हुए सरकार ने ऐलान किया कि लोकसभा में 13 और 14 दिसंबर को संविधान पर चर्चा होगी, जबकि राज्यसभा में यह चर्चा 16 और 17 दिसंबर को होगी।
बिरला के साथ सत्तापक्ष और विपक्ष के नेताओं की बैठक के बाद संसदीय कार्य मंत्री किरेन रिजिजू ने कहा कि गतिरोध दूर करने के लिए सहमति बन गयी है और मंगलवार से दोनों सदनों में सुचारु तरीके से कामकाज होगा। विपक्षी दलों ने संविधान को अपनाने की 75वीं वर्षगांठ के अवसर पर दोनों सदनों में चर्चा की मांग की थी। गत 25 नवंबर से शुरू हुए संसद के शीतकालीन सत्र में अब तक गतिरोध बना हुआ था। कांग्रेस सदस्य अडाणी समूह से जुड़े मामले को उठा रहे थे, वहीं समाजवादी पार्टी सांसद संभल हिंसा मामले पर चर्चा की मांग कर रहे थे।
छह दिन बाद स्वीकारा अनुरोध : कांग्रेस
कांग्रेस महासचिव जयराम रमेश ने कहा, आशा है कि मोदी सरकार मंगलवार से दोनों सदनों को चलने देगी। उन्होंने ‘एक्स’ पर पोस्ट किया, ‘लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी ने 26 नवंबर को लोकसभा अध्यक्ष को पत्र लिखकर संविधान पर दो दिवसीय विशेष चर्चा का अनुरोध किया था। राज्यसभा में विपक्ष के नेता मल्लिकार्जुन खड़गे ने भी उस दिन सभापति को ऐसा ही पत्र लिखा था। छह दिन बाद इस अनुरोध को मोदी सरकार ने स्वीकार किया है और कांग्रेस तथा ‘इंडिया’ गठबंधन की अन्य पार्टियों के अनुरोध के अनुसार चर्चा की तारीखों की घोषणा की गई है।’