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दुर्गुणों का दंड

11:36 AM Jun 02, 2023 IST

मर्यादा पुरुषोत्तम भगवान श्रीराम के एक ही तीर ने रावण का वध कर दिया। युद्धभूमि में पड़े रावण के शरीर को जब लक्ष्मण ने देखा तो वे आश्चर्यचकित हो उठे कि रावण के शरीर में छलनी की तरह असंख्य छिद्र हैं जिनसे रक्त बह रहा है। लक्ष्मण ने श्रीराम के समक्ष जिज्ञासा भाव से प्रश्न किया, ‘प्रभु, आपके एक तीर से ही रावण की मृत्यु हुई थी। उसके शरीर पर ये असंख्य छिद्र कैसे हो गए?’ श्रीराम ने कहा, ‘लक्ष्मण, तीरों ने नहीं, रावण के असंयम, स्वच्छंदता तथा अन्य अमानवीय दुर्गुणों ने उसके शरीर को छेदा है। न शस्त्र किसी को मारते हैं, न शत्रु। मनुष्य का पतन अपने पापों से होता है। रावण की मृत्यु का कारण भी उसके पाप ही हैं।’ लक्ष्मण को यह तथ्य भली-भांति समझ में आ गया था। प्रस्तुति : डॉ. जयभगवान शर्मा

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