गुरुग्राम, 5 दिसंबर (हप्र)कमर्शियल यूनिट बुक करने के नाम पर एक व्यक्ति के साथ धोखाधड़ी व जालसाजी करने का मामला सामने आया है। इस मामले का खुलासा उस वक्त हुआ, जब पीड़ित पक्ष की तरफ से डीसीपी साउथ जोन के पुलिस उपायुक्त कार्यालय में लिखित में शिकायत देकर आपबीती बताते हुए न्याय की गुहार लगाई गई। पीड़ित ने पुलिस उपायुक्त को बताया कि उन्होंने चालू वर्ष में 30 अगस्त व 15 नवंबर को बादशाहपुर तथा 28 नवंबर को एसीपी सोहना थाने में लिखित में शिकायत देकर न्याय की गुहार लगाई लेकिन संबंधित थाना प्रभारी व सहायक पुलिस आयुक्त ने शिकायत में दिए गए तथ्यों पर गौर करने की बजाय उनकी दी गई शिकायत को रद्दी की टोकरी में डाल दिया।प्राप्त जानकारी के अनुसार समीर बंसल निवासी पार्श्वनाथ ग्रीन विले, सोहना रोड ने डीसीपी साउथ जोन के पुलिस उपायुक्त कार्यालय में दी गई शिकायत में बताया कि उन्होंने अपने व अपनी माता सुषमा बंसल के नाम से एक कमर्शियल यूनिट नंबर 210 द्वितीय फ्लोर सिटीसकैप, सेक्टर-66, गोल्फकोर्स एक्सटेंशन रोड में बुक कराया था। जिसके लिए उनसे प्रॉपर्टी एजेंट फानेश्वर त्रिपाठी, जो कपूर एंड थापर रियलिटी सर्विसेस प्राइवेट लिमिटेड में काम करता था व इस प्रॉपर्टी एजेंट कंपनी के डायरेक्टर रवीश कपूर के माध्यम से उन्होंने यह दुकान बुक कराई थी। तब उपरोक्त दोनों 20 नवंबर, 2012 को उनके निवास पर आए और 3 लाख रुपए नकद लेकर अपने विजिटिंग कार्ड पर धनराशि प्राप्ति की रसीद देकर चले गए। दूसरी बार में 30 नवंबर, 2012 को 3 लाख 92 हजार 580 रुपए नकद लिए और उस बार भी विजिटिंग कार्ड पर ही रसीद बनाकर दे दी और कहा कि आपकी कुल 6 लाख 92 हजार 580 रुपए की राशि बिल्डर के पास जमा करा देंगे।चेक अलॉटमेंट के लिए दिया आवेदनपीड़ित ने पुलिस उपायुक्त को बताया कि इसके बाद उपरोक्त दोनों आरोपी 10 दिसंबर, 2012 को आए और कहा कि अब एक लाख 96 हजार 350 रुपए के साथ आवेदन पत्र फार्म अलॉटमेंट के लिए भरकर दे दो। आपका काम हो गया है, इस पर उन्होंने उपरोक्त राशि का एक चेक अलॉटमेंट के लिए आवेदन पत्र के साथ दे दिया। जिसके बाद उन्होंने पीड़ित को 22 जुलाई, 2013 को प्रोविजनल अलॉटमेंट लैटर दे दिया, जिसमें उनके द्वारा दी गई नकद व चेक राशि का कोई विवरण, हवाला नहीं दिया गया।पीड़ित का आरोप है कि उन्होंने उसे झांसे में लेकर कई बार में कुल 15 लाख 21 हजार 955 रुपए की धनराशि ले ली और दुकान देने में टालमटोल करते रहे। शक होने पर जब उन्होंने कंपनी में जाकर संपर्क किया और अपनी दी हुई कुल राशि के बारे में बात की तो उन्हें इसका आभास हुआ कि इस सारे मामले में रवीश कपूर, आकाश कपूर और गौरव खंडेलवाल ने मिलकर फानेश्वर त्रिपाठी को मोहरा बनाकर उनकी दी गई राशि को हड़प लिया है और उनके साथ अमानत में ख्यानत करते हुए धोखाधड़ी, जालसाजी की है। पीड़ित का आरोप है कि जब उसने उनसे संपर्क किया तो आरोपियों ने उसे चुप रहने और जान से मारने की धमकी दी। समीर बंसल ने डीसीपी साउथ जोन के पुलिस उपायुक्त से आरोपियों के खिलाफ केस दर्ज कर कार्रवाई की मांग की।